चंडीगढ़: 20 साल जेल की सजा भुगत रहा बाबा राम रहीम की सबसे बड़ी राजदार हनीप्रीत की उस रहस्यमयी डायरी को 11 महीने की मेहनत के बाद डिकोड कर लिया गया है। हनीप्रीत की डायरी को प्रवर्तन निदेशालय ने डिकोड किया है। डायरी डिकोड होने के बाद अब जांच एजेंसियां हनीप्रीत से पूछताछ की तैयारी कर रही है, क्योंकि डायरी को डिकोड करने के बाद हनीप्रीत के पास तकरीबन 20 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी का खुलासा हुआ है। राम रहीम की सजा के बाद फरार हनीप्रीत जब पकड़ गई थी तो उसके पास से दो डायरी मिली थी। एक पॉकेट साइज की डायरी थी और दूसरी उससे थोड़ी बड़ी साइज की।
पॉकेट साइज की डायरी को पुलिस ने डिकोड कर लिया था, लेकिन दूसरी जो सबसे रहस्यमयी डायरी थी उसके कोड पुलिस डिकोड नहीं कर पाई थी। 11 महीने बाद प्रवर्तन निदेशालय ने उस रहस्यमयी डायरी को डिकोड कर दिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने एक-एक कोड को डिकोड कर लिया है और सूत्रों से ख़बर है कि ये सारे कोड राम रहीम और हनीप्रीत की काली कमाई से बनाई गई प्रॉपर्टी के कोड हैं।
सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय की तहकीकात में पता चला है कि केरल के वायनाड में राम रहीम और हनीप्रीत ने मिलकर जमीन खरीदी है, जिसकी कीमत करोड़ों में है। इस जमीन पर बगीचा बनाया गया है और बगीचे में एक मकान भी बना है। प्रवर्तन निदेशालय ने इसे डिकोड कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक ये अमेरिका के न्यूयॉर्क के न्यूलैंड ऑरेंज काउंटी में 10 एकड़ में से 8 एकड़ में बादाम का बाग है और 2 एकड़ में एक मकान है।
तहकीकात में ये भी खुलासा हुआ है कि अमेरिका के कैलगरी में खाता खुला है। डेरा सच्चा शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग एंड सोसाइटी के नाम से बैंक खाता है। तहकीकात में खुलासा हुआ है कि राम रहीम और हनीप्रीत ने मिलकर अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, इटली जर्मनी और न्यूज़ीलैंड में प्रॉपर्टी खरीदा है। यहां की प्रॉपर्टी के लिए शाइनिंग अथॉरिटी किसी न किसी विदेशी को बनाया गया है। अमेरिका में जो आश्रम बनाए गए हैं उसके 7 डायरेक्टर बनाए गए हैं, जिसमें 4 भारतीय मूल के लोग हैं।
डायरी में कोड हिमाचल लैंड न्यू नाम से कोड दिया गया है, लेकिन जब प्रवर्तन निदेशलाय ने इसे डिकोड किया है तो राजस्थान में 30 एकड़, हरियाणा में 105 एकड़, उत्तर प्रदेश में 15 एकड़, उत्तराखंड में 19 एकड़ जमीन को पिछले कुछ सालों में लिया गया है। बताया जा रहा है कि इन जमीनों पर बाग लगाए गए हैं। बीच में एक मकान बनाया गया है और उनकी देखरेख के लिए किसी न किसी स्थानीय के सुपुर्द कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ने इस कोड को भी डिकोड कर दिया है, लेकिन इसमें इतने गहरे राज हैं जिसके बारे में तत्काल खुलासा नहीं करना चाहती है।
बताया जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय की टीम पहले अंबाला सेंट्रल जेल में जाकर हनीप्रीत के सामने इस कोड को रखेगी और पहले उसी से सीधा-सीधा पूछेगी कि वो इस कोड के बारे में बताए। हनीप्रीत और राम रहीम की इस काली कमाई में गर्ग कौन है ? गुड़गांव का संजू कौन है ? प्रवर्तन निदेशालय को इन दो लोगों की तलाश है, जो राम रहीम और हनीप्रीत की काली कमाई से बनाई गई लंका के मुख्य सूत्रधार हैं। हनीप्रीत की इस डायरी से प्रवर्तन निदेशालय को अब तक 20 से 25 करोड़ की प्रॉपर्टी का खुलासा हुआ है।
प्रवर्तन निदेशालय अब अपने प्लान बी के तहत ये तहकीकात करने जा रही है कि इतनी मोटी काली कमाई का स्रोत क्या है? आखिर राम रहीम और हनीप्रीत के पास इतने पैसे कहां से आए जो देश और विदेश में करोड़ों की प्रॉपर्टी खरीद डाली। प्रवर्तन निदेशालय अपने प्लान बी के तहत इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को भी शामिल करने वाला है। पूछताछ में हनीप्रीत से अगर सही सही जवाब नहीं मिला तो सारी प्रॉपर्टी को जब्त कर ली जाएगी और हनीप्रीत पर 100 से लेकर 300 फीसदी तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है।