जींद: महिलाओं की शिकायतों के जल्द और उचित समाधान को लेकर हरियाणा महिला आयोग हिसार तथा हांसी पुलिस से संतुष्ट नहीं है। आयोग इस मामले में जींद, भिवानी और फतेहाबाद पुलिस की कार्रवाई से खुश है। यह खुलासा जींद पहुंची हरियाणा महिला आयोग की सदस्य सुमन बेदी ने जींद के लोक निर्माण विश्राम गृह में मीडिया के सामने किया। सुमन बेदी ने कहा कि हरियाणा की महिलाएं अपने अधिकारों और अपने प्रति होने वाले अपराधों को लेकर ज्यादा जागरूक हो गई हैं। इसलिए पिछले कई सालों की तुलना में अब महिला आयोग के पास ज्यादा शिकायतें आ रही हैं।
बेदी ने यह भी माना कि कुछ महिलाएं अपने कानूनी अधिकारों का दुरुपयोग भी करने लगी हैं। आयोग की सदस्य ने कहा कि जींद, फतेहाबाद और भिवानी की पुलिस संजीदगी से महिलाओं से जुड़े मामलों को लेती है और महिलाओं को इंसाफ दिलाती है। हिसार और हांसी की पुलिस की इस तरह के मामलों में कार्रवाई से महिला आयोग कतई संतुष्ट नहीं है। सुमन बेदी ने कहा कि अब महिलाओं की सुविधाओं के लिए जिस भी जिले में 50 या उससे अधिक शिकायतें आएंगी, उनकी शिकायतें पंचकूला की बजाय जिला मुख्यालय पर सुनी जाएंगी।
उन्होंने कहा कि महिलाओं से जुड़े मामलों की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का भी गठन किया जाएगा और यौन उत्पीडऩ की सुनवाई की समय सीमा भी तय की जाएगी।
छात्रा की शिकायत को किया फाइल
महिला आयोग की सदस्य सुमन बेदी ने कहा कि खुद को एक छात्रा बताते हुए सरकारी स्कूल के 3 अध्यापकों पर यौन शोषण के आरोप लगाए जाने को लेकर पिछले दिनों जो मामला मीडिया में आया था। आयोग ने जांच शुरू की थी तथा जांच के लिए जींद पुलिस ने एस.आई.टी. का गठन किया था, उस मामले को फाइल कर दिया गया है। इसकी वजह यह है कि ऐसी कोई छात्रा तमाम प्रयासों के बावजूद नहीं मिली, जिसने सामने आकर यह कहा हो कि उसका यौन शोषण किया गया।
यू.पी., बिहार में कम हुए अपराध
सुमन बेदी ने कहा कि यू.पी. और बिहार में पहले महिलाओं के साथ रेप और छेड़छाड़ जैसी घटनाएं ज्यादा होती थीं। अब इनमें काफी कमी आई है। बेदी से जब इलाहाबाद में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को काले झंडे दिखाने वाली 2 छात्राओं की पुरुष पुलिस कर्मचारियों द्वारा पिटाई किए जाने को लेकर सवाल किया गया तो बेदी का कहना था कि कई बार हालात के अनुसार पुलिस को काम करना पड़ता है। मामले में वह उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई का बचाव करती नजर आई।