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न्यूयॉर्क: उरी हमले के बाद भारत में पाकिस्तानी कलाकारों को पूरी तरह प्रतिबंधित करने की मांग पर अप्रसन्नता जताते हुए अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि यह उचित नहीं होगा कि कलाकारों को इसका दंश झेलना पड़े। पिछले महीने हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी कलाकारों को प्रतिबंधित करने की मांग बढ़ी है और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने उनको भारत छोड़ने तक की चेतावनी दे दी। वहीं इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईएमपीपीए) ने सीमा पार के कलाकारों को प्रतिबंधित करने को लेकर एक प्रस्ताव पारित कर दिया। इस मुद्दे पर जब प्रियंका ने कहा कि यह पेचीदा है क्योंकि हमारे देश में हर बड़े राजनीतिक एजेंडे में सबसे पहले कलाकारों और अभिनेताओं को घसीट लिया जाता है। हम लोगों के साथ ही ऐसा क्यों होता है? अभिनेताओं, फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों के अलावा व्यापारियों, डॉक्टरों और राजनीतिज्ञों एवं अन्य पेशे से जुड़े लोगों के साथ ऐसा क्यों नहीं होता..’ प्रियंका ने एनडीटीवी से कहा, ‘दूसरी बात यह है कि मैं बहुत अधिक देशभक्त हूं। इसलिए देश को सुरक्षित रखने के लिए हमारी सरकार जो निर्णय करेगी मैं उसके साथ हूं लेकिन साथ-ही-साथ मेरा मानना है कि कलाकार या अभिनेता वैसे लोग नहीं है, जिन्होंने किसी का कुछ बिगाड़ा हो।’

मुंबई: पाकिस्तानी फिल्म ‘जागो हुआ सवेरा’ प्रदर्शित करने के लिए आगामी मामी मुंबई फिल्मोत्सव के खिलाफ शहर आधारित एक सामाजिक संगठन द्वारा प्रदर्शन की धमकी दिए जाने के बाद उत्सव के आयोजकों ने फिल्म का प्रदर्शन नहीं करने का फैसला किया है। संगठन ‘संघर्ष’ ने आयोजकों पर उरी आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ तनाव के समय भारत के लोगों की राष्ट्रवादी भावनाओं के साथ खेलने का आरोप लगाया था। उन्होंने 20 अक्तूबर से शुरू होने वाले 18वें जियो मामी मुंबई फिल्मोत्सव में पाकिस्तानी फिल्म प्रदर्शित किए जाने का विरोध करने के लिए पुलिस से भी स्वीकृति मांगी थी। उत्सव के आयोजकों ने एक बयान में कहा, ‘मौजूदा हालात के मद्देनजर जियो मामी 18वें मुंबई फिल्मोत्व ने ‘रिस्टोर्ड क्लासिक्स सेक्शन’ के तहत ‘जागो हुआ सवेरा’ को नहीं दिखाने का फैसला किया है।’ निर्देशक ए जे कादर की फिल्म ‘जागो हुआ सवेरा’ का चयन वर्ष 1960 में 32वंे अकादमी पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म के लिए पाकिस्तान की प्रविष्टि के रूप में किया गया था। इस फिल्म को उत्सव के ‘रिस्टोर्ड क्लासिक’ वर्ग में प्रदर्शित किया जाना था। इस उत्सव की अध्यक्षता आमिर खान की पत्नी किरण राव कर रही हैं।

मुंबई: फिल्मकार अनुराग कश्यप, आलिया भट्ट और सिद्धार्थ मल्होत्रा ‘ए दिल है मुश्किल’ को रिलीज करने के पक्ष में उतर आए हैं जबकि अभिनेत्री काजोल ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है। सिनेमा मालिकों के संघ ने घोषणा की थी कि वे चार राज्यों में इस फिल्म को रिलीज नहीं करेंगे क्योंकि इसमें पाकिस्तानी कलाकारों ने काम किया है। दी सिनेमा ओनर्स एग्जिबिटर्स ऐसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओईएआई) ने हाल ही में कहा था कि इस फिल्म में पाकिस्तान के कलाकारों ने काम किया है इसलिए वे इस फिल्म को महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और गोवा में रिलीज नहीं करेंगे। इस वजह से करण जौहर की फिल्म ‘ए दिल है मुश्किल’ की रिलीज को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। इस फिल्म में पाकिस्तान के जानेमाने अभिनेता फवाद खान ने भी काम किया है। उनके अलावा इसमें एश्वर्या राय, रणबीर कपूर और अनुष्का शर्मा भी है। इस फिल्म को थियेटरों में 28 अक्तूबर को रिलीज होना है। कश्यप ने ट्वीटर के जरिए सीओईएआई के रूख की आलोचना करते हुए कहा है, ‘दुनिया हमसे सीख ले सकती है..हम हर समस्या का हल फिल्मों पर दोषारोपण करके और इन पर प्रतिबंध लगाकर निकालते हैं। करण जौहर हम आपके साथ हैं।’ आलिया ने कहा कि फिल्म की रिलीज को रोकना गलत है। उन्होंने कहा, ‘एक साल पहले जब फिल्म की शूटिंग हुई थी तब माहौल अच्छा था।’ स्वरा भास्कर ने भी फिल्म को रिलीज होने से रोकने की आलोचना की है।

नई दिल्ली: सिनेमा ओनर्स एग्जिविटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओईएआई) ने फैसला किया है कि वह पाकिस्तानी कलाकारों वाली फिल्मों को नहीं दिखाएगा। थिएटर मालिकों के इस निर्णय को पाकिस्तानी कलाकारों और उनकी फिल्मों के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। थिएटर मालिकों के संगठन ने कहा है कि वह पाकिस्तानी कलाकारों वाली फिल्में थिएटरों में रिलीज नहीं केरगा। सीओईएआई के इस फैसले से करन जौहर की फिल्म 'ए दिल है मुश्किल' मुश्किलों में फंसती नजर आ रही है। 'ए दिल है मुश्किल' में पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान ने अहम भूमिका निभाई है और यह फिल्म दिवाली पर रिलीज होने वाली है। सीओईएआई के अध्यक्ष नितिन दरार ने कहा कि देश में लोगों की भावनाओं और राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए हमने सीओईएआई के सभी सदस्यों से कहा है कि वे पाकिस्तानी कलाकारों, तकनीशियनों, निर्देशकों, संगीतकारों वाली किसी भी फिल्म का प्रदर्शन करने से बचें। उन्होंने कहा कि जब तक भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते सामान्य नहीं हो जाते तब तक पाकिस्तानी कलाकारों वाली कोई भी फिल्म नहीं दिखायी जाएगी। वहीं, भाजपा ने सीओईएआई के इस फैसले को पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा बताया है। जबकि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने थिएटर मालिकों के इस निर्णय का स्वागत किया है। मनसे ने कहा है कि वह पाकिस्तानी कलाकारों वाली फिल्मों को रिलीज नहीं होने देगी।

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