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नई दिल्ली: केन्द्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर के खिलाफ रविवार (8 मार्च) को केस दर्ज किया है। इस एफआईआर में राणा कपूर परिवार के स्वामित्व वाले डीओआईटी अरबन वेंचर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिडेट और डीएचएफएल का भी नाम है।

ईडी कस्टडी में भेजे गए राणा कपूर

इससे पहले यस बैंक के फाउंडर और पूर्व सीईओ राणा कपूर को मुंबई की विशेष अदालत ने 11 मार्च तक की ईडी कस्टडी में भेज दिया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर को धन शोधन के आरोपों के तहत रविवार तड़के गिरफ्तार किया था। केंद्रीय एजेंसी ने कपूर के आवास पर शुक्रवार (6 मार्च) रात को छापा मारा था जिसके बाद 20 घंटे से अधिक समय तक चली पूछताछ के बाद बेलार्ड एस्टेट में ईडी के कार्यालय में कपूर को गिरफ्तार कर लिया गया। यह गिरफ्तारी तब हुई है जब इस निजी बैंक में वित्तीय अनियमितताओं और इसके संचालन में कुप्रबंधन के आरोप सामने आए हैं और आरबीआई एवं केंद्र सरकार ने इसके मामलों को नियंत्रित करने के लिए कार्रवाई शुरू की है।

नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा नियंत्रण में लिए जाने के कुछ दिनों बाद यस बैंक के खाताधारकों के लिए अच्छी खबर आई है। बैंक ने देर रात ट्वीट कर अपने ग्राहकों को सूचित किया कि वे अब अपने डेबिट कार्ड के जरिए एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं। आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रविवार को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में भारत के सबसे हाई प्रोफाइल बैंकरों में से एक यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर को गिरफ्तार कर लिया है।

यह ट्वीट उन हजारों यस बैंक ग्राहकों के लिए राहत लेकर आया है, जो महीने में 50,000 रुपये प्रति माह निकलने के फैसले के बाद रोजाना बैंक के बाहर लाइनों में लग रहे थे। शुक्रवार सुबह 6 बजे से लागू होने वाला आरबीआई का यह निर्देश 3 अप्रैल 2020 तक प्रभावी रहेगा। यस बैंक का संकट सामने आने के कुछ दिनों बाद कपूर को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) और अन्य अपराधों के तहत गिरफ्तार किया गया है। विवादास्पद रियल्टी फर्म दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉपोरेर्शन लिमिटेड (डीएचएफएल) के साथ कपूर और उनके परिजनों के संबंध के बाद उनकी गिरफ्तारी हुई है।

मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर को धन शोधन के आरोपों के तहत रविवार तड़के गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि बैंकर को तड़के करीब तीन बजे धन शोधन निवारण कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया क्योंकि वह जांच में कथित तौर पर सहयोग नहीं कर रहे थे। केंद्रीय एजेंसी ने कपूर के आवास पर शुक्रवार रात को छापा मारा था जिसके बाद 20 घंटे से अधिक समय तक चली पूछताछ के बाद बेलार्ड एस्टेट में ईडी के कार्यालय में कपूर को गिरफ्तार कर लिया गया। यह गिरफ्तारी तब हुई है जब इस निजी बैंक में वित्तीय अनियमितताओं और इसके संचालन में कुप्रबंधन के आरोप सामने आए हैं और आरबीआई एवं केंद्र सरकार ने इसके मामलों को नियंत्रित करने के लिए कार्रवाई शुरू की है।

अधिकारियों ने बताया कि 62 वर्षीय कपूर को एक स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा ताकि उन्हें हिरासत में लिया जा सके। मामले के जांच अधिकारी ने उस समय पीएमएलए के तहत कपूर का बयान दर्ज किया था जब उनसे यहां वर्ली इलाके में समुद्र महल में उनके आवास पर शुक्रवार रात को पहली बार पूछताछ की गई थी।

मुंबई: यस बैंक के संस्थापक और पूर्व सीईओ राणा कपूर को पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के ऑफिस ले जाया गया है। ईडी ने शुक्रवार को यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के मुंबई स्थित आवास पर छापेमारी की थी। कपूर के खिलाफ धनशोधन के मामले की जांच चल रही है। सूत्रों के अनुसार, छापेमारी में ईडी को कई अहम दस्तावेज मिले हैं। ईडी की टीम दस्तावेजों की जांच कर रही है। अधिकारियों ने बताया था कि छापेमारी पश्चिमी मुंबई में उनके समुद्र महल स्थित आवास पर की गई थी। यह कार्रवाई धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की गई तथा इसका उद्देश्य और सबूत जुटाना था।

केंद्रीय एजेंसी कपूर की भूमिका एक कॉरपोरेट इकाई को ऋण के वितरण और उसके बाद कथित रूप से कथित कमबैक के संबंध में जांच कर रही है जो कथित तौर पर उसकी पत्नी के खातों में प्राप्त हुई थी। उन्होंने कहा कि कुछ अन्य कथित अनियमितताएं भी एजेंसी की जांच के दायरे में हैं। अधिकारियों ने कहा कि कपूर के खिलाफ मामला डीएचएफएल जांच से भी जुड़ा हुआ है क्योंकि बैंक ने कंपनी को कथित तौर पर एनपीए करार दिया था।

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