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नई दिल्ली: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजों से इस सप्ताह शेयर बाजार की दिशा तय होगी। शेयर बाजार विशेषज्ञों ने यह राय जताई है। ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन के संस्थापक निदेशक, विजय सिंघानिया ने कहा, इस सप्ताह शेयर बाजार की धारणा वैश्विक केन्द्रीय बैंकों के द्वारा निर्धारित होंगी। निश्चित तौर पर सारी निगाहें अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीति निर्माताओं पर होगी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दो दिन की बैठक मंगलवार को शुरू होगी। उन्होंने कहा कि बैंक ऑफ जापान भी नीति पर विचार करने के लिए अपनी दो दिन की बैठक भी मंगलवार को शुरू करेगा। सिंघानिया ने कहा, ‘अभी तक भारतीय बाजारों के लिए कुछ भी नकारात्मक नहीं है। सिर्फ फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर अनिश्चितता होगी।’ कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च लिमिटेड के संस्थापक एवं सीईओ रोहित गाडिया ने कहा कि फेडरल रिजर्व की बैठक 20-21 सितंबर को होनी है जो आर्थिक अनुमानों के संक्षिप्त विवरण उपलब्ध करायेगा जिसके कारण बाजार में उतार चढ़ाव आ सकता है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमत तथा डॉलर के मुकाबले रपये की घट बढ़ भी शेयर बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे। सैमको सिक्योरिटीज के सीईओ जिमीत मोदी ने कहा,इस सप्ताह सारी निगाहें अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजे पर होगी।

नई दिल्ली: सरकार भारतीय स्टेट बैंक :एसबीआई: की प्रमुख अरुंधति भट्टाचार्य को एक साल का सेवा विस्तार देने पर विचार कर रही है। एसबीआई के सहयोगी बैंकों के उसमें विलय के प्रस्ताव के बीच भट्टाचार्य को विस्तार मिल सकता है।सूत्रों ने कहा, ‘जब एकीकरण की प्रक्रिया चल रही है, ऐसे में निरंतरता बनाए रखने की जरूरत है।’ सूत्रों ने बताया कि सरकार एसबीआई की मौजूदा चेयरपर्सन को एक साल का विस्तार देने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। भट्टाचार्य का तीन साल का कार्यकाल इस माह के अंत में पूरा हो रहा है। सरकार को विस्तार के मुद्दे पर बैंक बोर्ड ब्यूरो :बीबीबी: के विचार भी मिले हैं। सूत्रों ने बताया कि इस बारे में आदेश अगले कुछ दिन में जारी किया जा सकता है। इससे पहले इसी साल कैबिनेट एसबीआई के सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक के उसमें विलय के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। एसबीआई के सहयोगी बैंकों में स्टेट बैंक आफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक आफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक आफ पटियाला, स्टेट बैंक आफ मैसूर तथा स्टेट बैंक आफ हैदराबाद शामिल हैं। इनमें से स्टेट बैंक आफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक आफ मैसूर तथा स्टेट बैंक आफ त्रावणकोर सूचीबद्ध हैं।

नई दिल्ली: भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी का मानना है कि वह अरूण जेटली से बेहतर वित्त मंत्री साबित होंगे।स्वामी ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘मैं अर्थशास्त्री हूं। वह वकील हैं। वह मुझसे बेहतर कैसे हो सकते हैं।’ स्वामी की जेटली से खुली अदावत चलती है। ‘इंडिया टुडे माइंड रॉक्स समिट’ में स्वामी एक सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या वह जेटली से बेहतर वित्त मंत्री बनेंगे। स्वामी द्वारा आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की लगातार आलोचना को भी जेटली पर परोक्ष हमले के तौर पर देखा जाता था। एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अगर स्वामी वित्त मंत्री होते तो महंगाई पर लगाम कस सकते थे जिसके बाद यह जवाब आया। स्वामी ने कहा, ‘‘दक्षिण के ब्राह्मणों और उत्तर के ब्राह्मणों में लंबे समय से लड़ाई चलती रही है।’’ मंच संचालक ने जब पूछा कि क्या भाजपा ने उनके बोलने पर रोक लगाई है तो स्वामी ने जेटली पर चुटकी लेते हुए कहा, ‘‘मेरे उपर कोई रोक नहीं लगी है। आपकी समस्या यह है कि आप जेटली से काफी बातें करते हैं।’’

गांधीनगर: रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अम्बानी ने आज कहा कि वह दृढ़ता से यह मानते हैं कि अगले बीस वर्ष में मानवता प्रौद्योगिकी एवं डिजिटलीकरण के कारण वह प्रगति देखेगी जो पिछली शताब्दी में नहीं देखी गयी। अम्बानी ने कहा, ‘कई बार वह सपने हासिल करना वास्तव में आसान हो जाता है जिन्हें आपने कल असंभव मान लिया था। आप मुझे गलत मत समझें क्योंकि इसके लिए कड़ा परिश्रम और प्रतिबद्धता की आवश्यकता पड़ती है।’ उन्होंने रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा संचालित पंडित दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को सांबेधित करते हुए यह बात कही। अम्बानी ने कहा, ‘इन असंभव सपनों का अगले बीस सालों में साकार होने का कारण प्रौद्योगिकी विशेषकर डिजिटलीकरण है जिससे कई ऐसी समस्याएं हल होंगी जो अभी तक अनसुलझी रह गयी थीं।’ अम्बानी ने कहा, ‘मेरा दृढ़ता से मानना है कि अगले 20 वर्ष में मानवता पिछले 100 साल से ज्यादा प्रगति देखेगी।’ उन्होंने कहा कि यह अभी स्नातक कर रहे लोगों के लिए एक महान अवसर होगा। इस अवसर पर मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर एवं गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी भी मौजूद थे। छात्रों को संबोधित करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने अभिनव पहलों को बहुत महत्व दिया है तथा देश में इस तरह की पहलों को बढ़ावा मिल सके इसके लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।

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