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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

ढाका: फेसबुक पर इस्लाम के प्रति कथित रूप से असम्मान प्रदर्शित करने वाले पोस्ट को लेकर बांग्लादेश में बेहद गुस्सा दिखा और मुस्लिम बहुल देश के मध्य इलाकों में कम-से-कम 15 हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की गई। जिसके बाद अधिकारियों को कानूनी कार्रवाई करनी पड़ी। पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ब्राह्मणबाड़िया जिले के नासिरनगर में मंदिरों में तोड़फोड़ की गई और 100 हिंदू मकानों में लूटपाट भी की गई। जिससे अल्पसंख्यक समुदाय में दहशत का माहौल है। कुछ घंटों तक अव्यवस्था की स्थिति के बाद हबीबगंज के माधबपुर में भी दो मंदिरों पर हमला किया गया। पुलिस के मुताबिक इन घटनाओं में कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है। लेकिन कछ मंदिरों के पुजारियों को हल्की चोटें आई हैं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ब्राह्मणबरहिया के पुलिस अधीक्षक मीजानुर रहमान ने बताया, 'इन मंदिरों के अधिकारियों द्वारा मामले दर्ज कराए जाने के बाद हम लोगों ने इन मामलों में सीधे संपर्क को देखते हुए, अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया है।' रहमान ने बताया कि एक हिंदू युवक ने कथित रूप से एक ईशनिंदा वाली सामग्री फेसबुक पर डाल दी थी। जिसके बाद यह स्थिति उत्पन्न हो गई।

फोर्ट लाउडरडेल: अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव के मतदान का दिन जैसे-जैसे करीब आ रहा है। वैसे-वैसे दोनों प्रमुख उम्‍मीदवारों के बीच व्‍हाहट हाउस की रेस भी कांटे की टक्‍कर में तब्‍दील होती दिख रही है। इसी कड़ी में एक नए पोल में हिलेरी क्लिंटन की बढ़त घट गई है और अब प्रतिद्वंद्वी डोनाल्‍ड ट्रंप उनसे महज एक प्‍वाइंट के मामूली अंतर से पीछे हैं। दरअसल हिलेरी के ईमेल विवाद में इसी हफ्ते नया मोड़ आ गया है। उनके कुछ और ईमेल सार्वजनिक होने के बाद एफबीआई उस मामले की पड़ताल फिर से करने जा रही है। उसके बाद डोनाल्‍ड ट्रंप के हमलों से हिलेरी की बढ़त कमजोर हुई है। एबीसी न्‍यूज और वाशिंगटन पोस्‍ट के नए पोल में हिलेरी क्लिंटन और डोनाल्‍ड ट्रंप के बीच अंतर 46-45 प्रतिशत का हो गया है। यानी अब डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्‍मीदवार हिलेरी महज एक प्‍वाइंट से आगे हैं। उल्‍लेखनीय है कि शुक्रवार को एफबीआई के डायरेक्‍टर जेम्‍स कोमी ने सांसदों को पत्र लिखकर सूचित किया है कि नए ईमेल सामने आने के बाद उनके एजेंट इस मामले की समीक्षा कर रहे हैं। इस पर डोनाल्‍ड ट्रंप के हमले के जवाब में हिलेरी ने कहा, ''मौजूदा राजनीतिक माहौल के शोर में हमें अपने ध्‍यान को भटकने नहीं दे सकते और हमको ध्‍यान केंद्रित करना होगा...नकारात्‍मक, घृणा फैलाने वाले और समाज तोड़ने वाले विजन का जवाब वोटिंग से ही सर्वश्रेष्‍ठ तरीके से दिया जा सकता है।''

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव के कुछ ही दिन पहले डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन की मुश्किलें बढ़ गई हैं क्योंकि उनकी सहायक और उनके पति ने जिस लैपटॉप का साझा उपयोग किया, उसमें 650,000 से अधिक ईमेल मिले हैं और एफबीआई इनकी जांच करने वाली है। मीडिया की खबरों में बताया गया है कि एफबीआई को पिछले सप्ताह क्लिंटन की सहायक हुमा अबेदीन के ईमेलों की जांच करने के लिए आवश्यक सर्च वारंट मिल गया है। यह ओबामा प्रशासन के पूर्ववर्ती कार्यकाल में विदेश मंत्री रहीं क्लिंटन द्वारा निजी सर्वर का ईमेल के लिए इस्तेमाल किए जाने के मामले की जांच पुन: शुरू करने से संबंधित है। इतनी अधिक संख्या में ईमेल उस लैपटॉप में मिले हैं जिसका उपयोग पूर्व कांग्रेस सदस्य एंटनी वीनर और उनकी तलाकशुदा पत्नी हुमा अबेदीन ने किया। अबेदीन हिलेरी के कथित ईमेल मामले में जांच के दायरे में हैं और उन्होंने कांग्रेस की समिति के समक्ष हुई बहस में अपना पक्ष रखा है। वीनर के खिलाफ यौन संबंधी सामग्री फोन के जरिये भेजे जाने के मामले की जांच के दौरान एफबीआई को इन ईमेल के बारे में पता चला जिसके बाद एफबीआई के निदेशक जेम्स कोमी ने कांग्रेस को हिलेरी के खिलाफ तीन माह पहले बंद कर दी गई जांच फिर से शुरू होने की सूचना दी। हिलेरी के प्रचार अभियान दल ने इस कदम के उद्देश्यों पर सवाल उठाया है। सर्च वारंट के साथ अब एफबीआई अबेदीन के ईमेल की जांच कर पता लगाएगी कि क्या इनका क्लिंटन के खिलाफ हुई जांच से कोई संबंध है। डेमोक्रेट उम्मीदवार के प्रचार अभियान दल ने अपनी यह मांग दोहराई कि एफबीआई मामले से संबंधी सभी जानकारी जारी करे। क्लिंटन के प्रतिद्वन्द्वी डोनाल्ड ट्रम्प ने कल कहा था कि इतनी अधिक संख्या में ईमेल का मिलना बड़ी बात हो सकती है। उन्होंने कहा था कि शायद यह ईमेल वह हैं जो गायब हो गए थे। उनका इशारा उन ईमेल की ओर था जो एफबीआई के देखने से पहले सर्वर से डिलीट कर दिए गए थे।

वाशिंगटन: अमेरिका में सिलिकन वैली स्थित एक शीर्ष भारतीय-अमेरिकी उद्यमी ने कहा है कि डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन भारत-अमेरिका संबंधों पर अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की विरासत को आगे बढ़ाएंगी। बहरहाल, उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि यही बात रिपब्लिकन पार्टी के उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प के लिए नहीं कही जा सकती है। उद्यमी एवं हिलेरी के चुनाव प्रचार अभियान के लिए धन जुटाने वाले अजय जैन भूटोरिया ने कहा, ‘इस बारे में कोई संदेह नहीं है कि वह (हिलेरी क्लिंटन) भारत और भारतीय-अमेरिकियों पर ओबामा की विरासत को आगे ले जाएंगी।’ हिलेरी के प्रचार अभियान के लिए धन जुटाने वालों में प्रमुख भारतीय अमेरिकी रहे भूटोरिया ने मई में धन जुटाने के एक कार्यक्रम में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की मेजबानी की थी। 44 वर्षीय उद्यमी ने बे एरिया में हिलेरी के लिए भी धन जुटाने संबंधी कई कार्यक्रमों की सह मेजबानी की है। इन कार्यक्रमों में एप्पल के सीईओ टिम कुक और अन्य भी शरीक हुए थे। भूटोरिया ने कहा कि एफबीआई के हालिया कदम का आठ नवंबर को होने जा रहे आम चुनावों के नतीजों पर अधिक असर नहीं पड़ने वाला है क्योंकि लोग पहले ही अपना मन बना चुके हैं। उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका संबंध पर हिलेरी का ना केवल अच्छा प्रदर्शन रहा है बल्कि उनका भारतीय अमेरिकी समुदाय के साथ भी मजबूत संबंध रहा है।

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