वाशिंगटन: अमेरिका में सिलिकन वैली स्थित एक शीर्ष भारतीय-अमेरिकी उद्यमी ने कहा है कि डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन भारत-अमेरिका संबंधों पर अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की विरासत को आगे बढ़ाएंगी। बहरहाल, उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि यही बात रिपब्लिकन पार्टी के उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प के लिए नहीं कही जा सकती है। उद्यमी एवं हिलेरी के चुनाव प्रचार अभियान के लिए धन जुटाने वाले अजय जैन भूटोरिया ने कहा, ‘इस बारे में कोई संदेह नहीं है कि वह (हिलेरी क्लिंटन) भारत और भारतीय-अमेरिकियों पर ओबामा की विरासत को आगे ले जाएंगी।’ हिलेरी के प्रचार अभियान के लिए धन जुटाने वालों में प्रमुख भारतीय अमेरिकी रहे भूटोरिया ने मई में धन जुटाने के एक कार्यक्रम में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की मेजबानी की थी। 44 वर्षीय उद्यमी ने बे एरिया में हिलेरी के लिए भी धन जुटाने संबंधी कई कार्यक्रमों की सह मेजबानी की है। इन कार्यक्रमों में एप्पल के सीईओ टिम कुक और अन्य भी शरीक हुए थे। भूटोरिया ने कहा कि एफबीआई के हालिया कदम का आठ नवंबर को होने जा रहे आम चुनावों के नतीजों पर अधिक असर नहीं पड़ने वाला है क्योंकि लोग पहले ही अपना मन बना चुके हैं। उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका संबंध पर हिलेरी का ना केवल अच्छा प्रदर्शन रहा है बल्कि उनका भारतीय अमेरिकी समुदाय के साथ भी मजबूत संबंध रहा है।
अपने जीवन वृतांत ‘हार्ड च्वाइसेस’ में हिलेरी ने लिखा कि बतौर अमेरिकी विदेश मंत्री ‘एशिया-प्रशांत राजनीतिक परिदृश्य में विशेषकर चीन के काट के तौर पर भारत को और मजबूती से लाना’ अमेरिकी नीति का एक अहम पहलू था। उन्होंने कहा कि अमेरिका की विदेश मंत्री के तौर पर उन्होंने अमेरिका की विदेश नीति के पुनर्संतुलन में भारत के पक्ष पर जोर दिया है। इस बात का हवाला देते हुए कि हिलेरी आव्रजन सुधार के लिए कड़ा संघर्ष कर रही हैं, भूटोरिया ने कहा कि उनका (हिलेरी का) मानना है कि ऐसे प्रतिभावान लोग जो कारोबार पैदा करते हैं और अर्थव्यवस्था का विस्तार करते हैं, उन्हें आकर्षित करना अच्छा है और इस रूप में होने वाला आव्रजन देश के लिए अच्छा है।