लाहौर: पठानकोट आतंकवादी हमले के सिलसिले में पाकिस्तान में गिरफ्तार किए गए तीन संदिग्धों को वहां की एक आतंकवाद निरोधक अदालत ने छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। कुछ ही दिन पहले इस हाई-प्रोफाइल मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। पंजाब प्रांत के गुजरांवाला में एटीसी-2 न्यायाधीश बूशरा जमां के सामने तीन आरोपियों- खालिद महमूद, इरशादुल हक और मुहम्मद शोएब को कल पेश किया गया। गुजरांवाला यहां से करीब 70 किलोमीटर दूर है। डान की खबर है कि न्यायाधीश ने संदिग्धों की छह दिन की हिरासत मंजूर की और उन्हें पुलिस के आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) को सौंप दिया। बताया जाता है कि तीनों दो जनवरी को पठानकोट में अहम भारतीय वायुसेना स्टेशन पर हमले में शामिल थे। सीटीडी ने तीनों को इस संदेह में चांद-दा-किला बाईपास के समीप एक किराये के मकान से गिरफ्तार किया था कि उन्होंने इस हमले में मदद पहुंचायी थी।
तीनों को जांच के लिए अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है। तीनों ने आरोपों से इनकार किया है। सीटीडी ने इसी महीने के प्रारंभ में गुजरांवाला में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। प्राथमिकी संख्या 06.2016 पाकिस्तान दंड संहिता और आतंकवाद निरोधक कानून की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज की गयी थी। वैसे यह ज्ञात नहीं है कि तीनों कब गिरफ्तार किए गए लेकिन यह माना जाता है कि प्राथमिकी दर्ज होने से बहुत पहले ही गिरफ्त में ले लिए गए थे और जांच की गयी थी जिससे अदालत में उनके खिलाफ कार्यवाही चलाने के लिए पर्याप्त सबूत मिले। पाकिस्तान स्थित जैश ए मोहम्मद के संदिग्ध आतंकवादियों ने दो जनवरी को पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर हमला किया था कि जिसमें 7 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे। इस हमले के बाद कई कथित आतंकवादी गिरफ्तार किए गए। भारत ने इस हमले के लिए जैश ए मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराया। भारत ने हमले के सिलसिले में सुराग के तौर पर फोन नंबर भी उपलब्ध कराए हैं जिन्हें प्राथमिकी में शामिल किया गया है।