काठमांडू: नेपाल के पर्वतीय क्षेत्र में उड़ान भरते समय बुधवार को खराब दृश्यता के बीच लापता हुआ एक छोटा विमान क्रैश हो गया और इसमें सवार सभी लोगों की मौत हो गई। नेपाल के पर्यटन मंत्री ने आज कहा कि लापता विमान का मलबा मिल गया है और विमान में सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई है। गौर हो कि नेपाल के पर्वतीय क्षेत्र में उड़ान भरते समय आज एक छोटा विमान खराब दृश्यता के बीच लापता हो गया था, जिसमें दो विदेशी नागरिकों समेत 23 लोग सवार थे। अधिकारियों ने शुरू में ही विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका जताई थी। तारा एयर का ट्विन-ओट्टर विमान पोखरा हवाईअड्डे से जोमसोम के लिए उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद लापता हो गया था। पोखरा राजधानी काठमांडो के 200 किलोमीटर पश्चिम में स्थित एक रिसॉर्ट कस्बा है। कई लोग हिमालय में ट्रेकिंग की शुरूआत जोमसोम से करते हैं। अधिकारियों ने कहा कि विमान में दो विदेशियों और दो बच्चों समेत 20 यात्री सवार थे। विमान में चालक दल के तीन सदस्य सवार थे।
बाद में एक यात्री के चीनी और एक अन्य यात्री के कुवैती नागरिक होने की पुष्टि हुई। शेष सभी यात्री नेपाल के नागरिक और विमान में दो बच्चे भी सवार थे। पोखरा जोनल पुलिस थाने के एक पुलिस अधिकारी ने स्थानीय लोगों के हवाले से कहा कि विमान के उत्तरी नेपाल में मुस्तांग और म्याग्दी जिले के बीच स्थित दाना गांव में दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका है। तलाश अभियानों के लिए काठमांडो से तीन हेलीकॉप्टर भेजे गए और नेपाली सेना, सशस्त्र पुलिस बल और नेपाली पुलिसकर्मियों को भी इसी मकसद से भेजा गया। स्थानीय निवासियों ने कहा कि उन्होंने दूरदराज के पर्वतीय इलाके में आग लगने और भारी विस्फोट होने की आवाज सुनी थी। नेपाल में वर्ष 1949 में जब पहला विमान उतरा था, तब से वहां 70 से अधिक विमान एवं हेलीकॉप्टर दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें 700 से अधिक लोगों की मौत हुई है। यूरोपीय संघ ने 2013 में सभी नेपाली विमानन कंपनियों पर वहां उड़ान भरने से प्रतिबंध लगा दिया था। नेपाल एयरलाइंस का एक विमान वर्ष 2014 में देश के पश्चिम में बर्फ से ढके एक पर्वत से टकरा गया था। इस दुर्घटना में 18 लोगों की मौत हो गई थी।