कोलंबिया: अमेरिका में कई प्राइमरी में निराशाजनक प्रदर्शन और सुस्त अभियान के कारण जेब बुश अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर हो गए हैं और इसके कारण बुश परिवार का अभूतपूर्व तीसरी बार व्हाइट हाउस आने का सपना चकनाचूर हो गया। धन की कमी नहीं होने और देश के बड़े परिवार से ताल्लुकात रखने वाले जेब के लिए माना जा रहा था कि वह भी अपने पिता जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश और अपने बड़े भाई जॉर्ज डब्ल्यू बुश के ही नक्शेकदम पर चलेंगे। जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश (91) 1989 से 1993 तक अमेरिका के बतौर 41वें राष्ट्रपति रहे। उनके बेटे जॉर्ज डब्ल्यू बुश अमेरिका में 2001 से 2009 तक दो बार राष्ट्रपति के तौर पर चुने गए। वह अमेरिका के 43वें राष्ट्रपति थे। पिछले साल 63 वर्षीय जॉन एलीस ‘‘जेब’’ बुश के अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद ऐसी उम्मीद थी कि वह अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बनेंगे।
लेकिन आयोवा, न्यू हैम्पशायर और साउथ कैरोलिना में लगातार तीन बार निराशाजनक प्रदर्शन के बाद बुश परिवार से राष्ट्रपति पद के तीसरे दावेदार जेब ने अपना अभियान रोक दिया है। कोलंबिया में मंच पर आने के दौरान बुश के चेहरे पर निराशा झलक रही थी जिसे देखकर यह साफ था कि उन्हें आठ प्रतिशत से भी कम मत मिले हैं। जेब ने कहा, ‘‘आयोवा, न्यू हैम्पशायर और साउथ कैरोलिना के लोगों ने जो कहा है मैं उनके फैसले की इज्जत करता हूं। इसलिए, आज रात मैं अपने अभियान पर रोक लगाता हूं और राष्ट्रपति पद की दावेदारी की इस कड़ी लड़ाई में सफलता पाने वाले अपने प्रतिद्वंद्वियों को मैं बधाई देना चाहता हूं।’’ आयोवा में एक फरवरी को हुए कॉकस में सबसे कम 2.8 प्रतिशत मतों के साथ निराशाजनक रूप से वह छठे स्थान पर रहे।