वाशिंगटन: राष्ट्रपति बराक ओबामा छह भारतीय-अमेरिकी शोधार्थियों को एक प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित करेंगे। यह शोधार्थी उन 106 विज्ञानियों और इंजीनियरों के समूह में से एक हैं जिन्हें ओबामा सम्मानित करने जा रहे हैं। यह पुरस्कार अमेरिका का स्वतंत्र युवा शोधार्थियो को दिया जाने वाले शीर्ष पुरस्कार है। व्हाइट हाउस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार इन भारतीय अमेरिकियों को ‘अर्ली करियर अवार्ड फॉर सांइटिस्ट एंड इंजीनियर्स’ के लिए चयनित किया गया है। पुरस्कृत होने वालों में पुरूडे युनिवर्सिटी के मिलिंद कुलकर्णी, हावर्ड युनिवर्सिटी के किरन मुसुंरू, वांडरबिल्ट युनिवर्सिटी मेडिकल संेटर के सचिन पटेल, नासा के विक्रम श्याम, युनिवर्सिटी ऑफ पंेसिलवेनिया के राहुल मंघाराम और युनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन के श्वेतांक पटेल शामिल हैं। ओबामा इन शोधार्थियों के पुरस्कार वितरण समारोह में उपस्थित रहेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ ये अर्ली-करियर विज्ञानी हमारे स्वास्थ्य एवं जीवन पर जलवायु परिवर्तन से पड़ने वाले प्रभाव की चुनौतियों से पार पाने और उसे समझने के हमारे प्रयासों का नेतृत्व करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि वह इन होनहार लोगों को बधाई देते हैं और इन्हें प्रोत्साहित करते हैं कि वे अमेरिका के लोगों की सरलता के एक उदाहरण के तौर पर अपना जीवन व्यतीत करें। प्रेसिडेंशियल अर्ली करियर अवार्ड्स की शुरूआत वर्ष 1996 में की गई थी ताकि अमेरिकी नवोन्मेष को गति प्रदान की जा सके जिससे कि आर्थिक विकास और भारी चुनौतियों से निपटा जा सके।