इस्लामाबाद: पाकिस्तानी अधिकारियों ने पठानकोट आतंकी मामले के संदर्भ में जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर का नाम लिखे बिना एक प्राथमिकी दर्ज की है। भारत का आरोप है कि अजहर इस हमले का मास्टरमाइंड था। यह प्राथमिकी हमले की कई सप्ताह की जांच के बाद ‘अज्ञात लोगों’ के खिलाफ दर्ज की गई। यह प्राथमिकी कल पंजाब प्रांत के गुजरांवाला में आतंकवाद रोधी विभाग :काउंटर टेरॅरिज्म डिपार्टमेंट: में दर्ज कराई गयी है। इस हमले के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता स्थगित हो गई थीं। सीटीडी के एक अधिकारी के मुताबिक, प्राथमिकी इसलिए जरूरी थी ताकि हमले के सिलसिले में एकत्र किये गये साक्ष्य के आधार पर पुलिस और न्यायिक कार्रवाई शुरू हो सके। हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह पर आरोप लगाया था। भारत ने अजहर की पहचान हमले के मुख्य षड्यंत्रकारी के रूप में की है। भारत ने उसके भाई रउफ और पांच अन्य पर भी हमले को अंजाम देने का आरोप लगाया है।
यह प्राथमिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजित डोभाल द्वारा उपलब्ध करवाई गई सूचना के आधार पर दर्ज की गई है। सूचना में कहा गया था कि चार हमलावरों ने संभवत: पाकिस्तान से भारत में आए और दो जनवरी को एयरबेस पर हमले को अंजाम दिया। प्राथमिकी संख्या 06..2016 पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 302, 324 और 109 एवं आतंकवादी-रोधी कानून की धारा सात और 21..1 के तहत दर्ज की गयी है। प्राथमिकी में उन टेलीफोन नंबरों का भी जिक्र है, जिनसे आतंकियों ने हमले के दौरान संपर्क किया।