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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज महाकुंभ में भारी अव्यवस्था और कई स्थानों पर जाम होने का हवाला देते हुए मंगलवार को लोकसभा में कहा कि वहां की तस्वीरें देखकर सनातन धर्म को मानने वाले हर व्यक्ति को बहुत दुख पहुंचा है। उन्होंने बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए यह आरोप भी लगाया कि उत्तर प्रदेश की 'डबल इंजन' सरकार 'डबल ब्लंडर' कर रही है।

अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए बजट में कोई रोडमैप नहीं दिखाई देता है। उन्होंने अमेरिका से वापस भेजे गए ‘अवैध’ भारतीय प्रवासियों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘क्या पिछले 10 बजट इसलिए बनाए गए थे कि दुनिया यह देखे कि भारत के लोग हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां बांधकर भेजे गए।’’ सपा प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिका दौरे का हवाला देते हुए कटाक्ष किया, ‘‘पिछली बार हीरा लेकर गए थे। इस बार हो सके तो सोने की जंजीर लेकर जाइएगा...हो सके तो कुछ और लोगों को वहां से किसी दूसरे जहाज में अपने साथ लेते आइएगा।’’

प्रयागराज: महाकुंभ में 29 जनवरी को हुई भगदड़ के दौरान लापता हुए लोगों का विवरण एकत्रित करने के लिए एक न्यायिक निगरानी समिति (जेएमसी) का गठन किए जाने का अनुरोध करते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका प्रयागराज जिले के सुरेश चंद्र पांडेय नाम के एक व्यक्ति द्वारा दायर की गई है, जिस पर जल्द ही सुनवाई किए जाने की संभावना है।

जनहित याचिका में याचिकाकर्ता ने उन खबरों का संदर्भ दिया है जिसमें कहा गया था कि भगदड़ में मारे गए लोगों के शव दयनीय स्थिति में रखे गए हैं। साथ ही, शवों को कथित तौर पर जमीन पर बोरी में लपेटकर रखा गया है और रेफ्रिजरेशन की व्यवस्था नहीं होने से शव सड़ गल रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने याचिका सुनने से किया ​था इंकार

उच्चतम न्यायालय ने तीन फरवरी को उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों के खिलाफ जनहित याचिका पर सुनवाई करने से यह कहते हुए इंकार कर दिया था कि याचिकाकर्ता इलाहाबाद उच्च न्यायालय का रुख करे।

प्रयागराज: तीर्थराज की पावन धरा पर सोमवार को देश की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पहुंचकर संगम में आस्था की डुबकी लगाई। एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति को रिसीव करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे। इसके बाद दोनों संगम क्षेत्र में पहुंचे। वह आज आठ घंटे से अधिक समय तक संगम नगरी में रहेंगी।

मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में राष्ट्रपति ने आस्था की डुबकी लगाकर सनातन आस्था को मजबूत आधार दिया। देश की प्रथम नागरिक का संगम में पावन डुबकी लगाने का यह ऐतिहासिक क्षण है। इसके बाद धार्मिक आस्था को और अधिक मजबूती देने के लिए अक्षयवट का दर्शन-पूजन करेंगी।

राष्ट्रपति का यह दौरा न केवल प्रयागराज के लिए ऐतिहासिक है, बल्कि देशभर के श्रद्धालुओं के लिए भी एक प्रेरणादायी क्षण है। उनकी उपस्थिति से महाकुंभ के धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को एक नई ऊंचाई मिल रही है। राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है।

लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): महाकुंभ में एक बार फिर लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। महाकुंभ में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। हालात इस कदर हो गए कि प्रशासन को प्रयागराज संगम स्टेशन को बंद करना पड़ गया। वहीं प्रयागराज पहुंचने के सभी रास्तों में 25-30 किलोमीटर लंबा जाम लगा है। इस पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर योगी सरकार को घेरा है।

उन्होंने एक्स पर लिखा, "प्रयागराज में चतुर्दिक जाम की वजह से न तो खाने-पीने के लिए खाद्यान्न और सब्ज़ी मसाले उपलब्ध हो पा रहे हैं और न ही दवाई, पेट्रोल-डीज़ल। इससे प्रयागराज व महाकुंभ परिसर तथा प्रयागराज आने-जानेवाले मार्गों पर फंसे करोड़ों भूखे-प्यासे, थके-हारे श्रद्धालुओं की हालत हर घंटे बद से बदतर होती जा रही है। ये एक अति गंभीर स्थिति है। जैसे राज्यों में सांविधानिक तंत्र फ़ेल हो जाने पर कमान किसी और को दे दी जाती है वैसे ही महाकुंभ में अव्यवस्थाओं का अंबार देखते हुए किस योग्य व्यक्ति को शासन की कमान दे दी जाए। अयोग्य लोग झूठा प्रचार कर सकते हैं, सच्ची व्यवस्था नहीं।"

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