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प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के झुकने के बाद भी प्रतियोगी छात्रों का धरना प्रदर्शन और आंदोलन जारी है। छात्र आयोग के दो नंबर गेट के सामने डंटे हुए हैं और हटने के लिए तैयार नहीं हैं। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि आरओ-एआरओ प्रारंभिक परीक्षा भी एक दिन में कराने की घोषणा की जाए, तभी उनका आंदोलन पूरी तरह से खत्म होगा। छात्रों की मांग यह है कि जिस तरह से पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को एक शिफ्ट में कराने की घोषणा की गई है, उसी तरह आरओ-एआरओ परीक्षा भी वन डे वन शिफ्ट में कराने का लिखित आश्वासन दिया जाए, तभी वह धरना खत्म करेंगे।

छात्रों का कहना है कि आरओ-एआरओ परीक्षा के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित करने का आश्वासन देकर आयोग प्रतियोगी छात्रों को बरगला नहीं सकता है। दोनों परीक्षाओं को एक दिन एक शिफ्ट में कराने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया गया था। आयोग ने एक ही परीक्षा की मांग मानी है, जबकि आरओ एआरओ परीक्षा को एक दिन में कराने के लिए कोई फैसला नहीं किया है।

प्रयागराज: प्रयागराज में यूपी लोक सेवा आयोग के (यूपीपीएससी) बाहर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे प्रतियोगी छात्रों के आंदोलन से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। आयोग के अध्यक्ष संजय श्री नेत की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में फैसला लिया गया कि एक दिन पीसीएस की परीक्षा एक शिफ्ट में होगी।

आरओ-एआरओ की परीक्षा स्थगित

इसके साथ ही आरओ-एआरओ परीक्षा के के लिए केमिटी गठित की है, आरओ-एआरओ की परीक्षा स्थगित कर दी गई है। जिनको गिरफ्तार किया गया है उन्हें छोड़ा जा रहा है। सीएम योगी के दखल पर आयोग ने यूपी पीसीएस 2024 की प्रारंभिक परीक्षा पहले की तरह एक दिन और एक शिफ्ट में कराने का एलान किया है। आयोग ने पीसीएस के अभ्यर्थियों की मांग मान ली है, हालांकि आरओ-एआरओ 2023 की भर्ती परीक्षा को लेकर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। आयोग ने दिसंबर महीने में होने वाली इस परीक्षा को टाल दिया है। परीक्षा पैटर्न तय करने के लिए कमेटी बनाने की बात कही है, प्रदर्शनकारी छात्र आयोग के फैसले से संतुष्ट नहीं हैं।

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ अभ्यर्थी छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुवार को छात्र मुख्यालय के बाहर जुटे। वहीं, सुरक्षा के लिहाज से पुलिस टीम के साथ रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की तैनाती की गई है। यूपीपीएससी के खिलाफ प्रतियोगी अभ्यर्थियों का आज चौथे दिन भी धरना प्रदर्शन जारी है। हालांकि जिस गेट नंबर 2 और 3 के बाहर में प्रदर्शन हो रहा था छात्रों को वहां से हटा दिया गया है। अब छात्रों को गेट नंबर 4 से 10 मीटर दूर रोक दिया गया है, बड़ी संख्या में पुलिस बल यहां तैनात है। बैरिकेड लगा दिया गया है और छात्रों को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के रास्ते पर भी जाने नहीं दिया जा रहा है। पुलिस के द्वारा यह अपील की जा रही है कि छात्र जो धरना स्थल की जगह है, वहां पर जाकर अपना प्रदर्शन करें। 

अखिलेश यादव आज आंदोलित छात्रों से कर सकते हैं मुलाकात

यूपीपीएससी के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने हटाना शुरू कर दिया है। यह सब ऐसे वक्त में हो रहा है, जब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का आज का प्रयागराज दौरा प्रस्तावित है।

कानपुर: सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को बुलडोजर एक्शन को लेकर अपना फैसला दे दिया है। अदालत ने कहा कि घर सबका सपना होता है, ये बरसों का संघर्ष है और सम्मान की निशानी। अगर घर गिराया जाता है, तो अधिकारी को साबित करना होगा कि यही आखिरी रास्ता था। अफसर खुद जज नहीं बन सकते।" यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा, "अब किसी का घर नहीं टूटेगा। कम से कम आज उनका बुलडोजर गैराज में खड़ा होगा। सरकार के खिलाफ इससे ज्यादा टिप्पणी और क्या हो सकती है।"

अखिलेश यादव ने ये बातें कानपुर की सीसामऊ सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान कही। उन्होंने कहा, "सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्वागत योग्य है। सुप्रीम कोर्ट ने इस (बीजेपी) सरकार का प्रतीक बन चुके बुलडोजर के खिलाफ टिप्पणी की है। सरकार के खिलाफ इस फैसले के लिए मैं सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देता हूं... जो लोग घर तोड़ना जानते हैं, उनसे आप क्या उम्मीद कर सकते हैं?

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