नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोनावायरस के खिलाफ घोषित किए गए 21 दिन के लॉकडाउन के दूसरे ही दिन देशभर से पुलिस कर्मियों द्वारा उन लोगों को सजा देने के वीडियो सामने आ रहे हैं जो या तो कर्फ्यू को तोड़ रहे हैं या लॉकडाउन के नियम के खिलाफ सड़क पर दिख रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदायूं से सामने आया है जहां पुलिस कर्मियों द्वारा कुछ युवकों को पीठ पर बैग बांधे सड़क-सड़क पर बैठ-बैठ कर चलने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो वीडियो में जो युवक दिख रहे हैं वे मजदूर हैं और लॉकडाउन के बीच अपने घर लौट रहे हैं। कोई यातायात साधन न होने के कारण वे पैदल ही घर पहुंचने के लिए निकले हैं और रास्त में पुलिस उन्हें पकड़ लेती है। पुलिस उनकी दलील सुनने की जगह उनको दंडित करती है और गर्मी में सड़क पर रेंगने को मजबूर करती है। बदायूं पुलिस प्रमुख एके त्रिपाठी ने इस मामले पर कहा कि वीडियो में जो पुलिसकर्मी दिख रहा है वह एक प्रोबेश्नर है जिसको साल भर का तजुर्बा है। सीनियर अफसर मौजूद थे लेकिन कुछ और काम देख रहे थे। मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। मैं इसके लिए माफी मांगता हूं और जो हुआ उसके लिए शर्मिंदा हूं।
उधर, राजस्थान के प्रतापगढ़ में पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले कुछ युवकों को सजा देते हुए मुर्गा बना दिया। राजस्थान के अलावा देश के अन्य राज्यों की पुलिस भी अपने-अपने तरीके से ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। लोगों से लगातार घर में रहने की अपील भी कर रही है।
इससे पहले देश के राज्यों से पुलिस कार्रवाई की एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें उल्लंघन करने वालों के हाथों में एक पोस्टर थमा दिया गया था। उसपर लिखा था, 'मैं समाज का दुश्मन हूं, मैं घर में नहीं रह सकता।'
वहीं, उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में सख्ती के साथ लॉकडाउन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। पूरे प्रदेश में धारा 188 के उल्लंघन पर पुलिस ने अब तक 2089 एफआईआर दर्ज की है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील भी की कि अनावश्यक घरों से बाहर न निकलें। उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न शहरों में अब तक 6044 बैरियर लगाए गए हैं। अब तक कुल 200150 वाहन चेक किए गए हैं, जिसमें से 49074 वाहनों का चालान किया गया है। इसमें से 3679 वाहनों को सीज किया गया और 1.01 करोड़ रुपये शमन शुल्क वसूल किया गया।