मथुरा: किसानों के लिए यूपी सरकार की कर्ज माफी की घोषणा कई किसानों के साथ जैसे मजाक बनकर रह गई है। मथुरा के एक किसान को चिट्ठी मिली है कि उसका एक पैसे का कर्ज माफ किया जाता है। दरअसल मथुरा के अडीग कस्बे में रहने वाले छिद्दी लाल के पिता डाल चंद ने 2011 में 1.5 लाख रुपये का कर्ज लिया था, जिसे वह चुका नहीं पाए। अब उनका कर्ज तो माफ हुआ, मगर 1.5 लाख रुपये का नहीं, बस एक पैसा। वे तीन बार अफसरों से मिल चुके, मगर कोई बता नहीं पाया कि इस एक पैसे की मेहरबानी का आखिर क्या मतलब है।
कर्ज माफी भाजपा का अहम चुनावी एजेंडा रहा, जिसे योगी सरकार ने सत्ता में आने के बाद पूरा करने का ऐलान किया। कहा गया कि 36,000 करोड़ रुपये की कर्ज माफी की इस योजना के तहत किसानों का एक लाख रुपये तक का कर्ज माफ होगा। लेकिन इस एक पैसे की कर्ज माफी पर सरकारी अमले के पास कोई सफाई नहीं है। छिद्दी लाल ने बताया कि 1.55 लाख रुपये का कर्ज था, 1 पैसा माफ किया गया है।
या तो सरकारी अधिकारियों ने कोई गलती की है या योगी सरकार ने हमारे साथ मजाक किया है।
उन्होंने कहा कि वह तीन बार सरकारी दफ्तर के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन कोई यह नहीं समझा पाया कि आखिर 1 पैसे की कर्जमाफी क्यों की गई है। वहीं, मथुरा के एडीएम का कहना है कि इस मामले की जांच होगी और जो भी दोषी होगा उसे माफ नहीं किया जाएगा।
कुछ दिन पहले ही इटावा और बाराबंकी में इसी तरह की कर्जमाफी की खबरें आई थीं। वहां किसी को 90 पैसे तो किसी को डेढ़ रुपए और दो रुपये कर्ज माफी के सर्टिफिकेट दिए गए थे।