बेंगलुरु: कर्नाटक के भाजपा अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि कांग्रेस के कुछ विधायकों का कांग्रेस विधायक दल की बैठक से दूर रहना और सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगियों के बीच गहरे मतभेद इस बात के संकेत हैं कि आने वाले दिनों में ‘ज्वालामुखी’ कभी भी फट सकता है। कांग्रेस के चार असंतुष्ट विधायक शुक्रवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए, जिसके बाद येदियुरप्पा की यह टिप्पणी सामने आई। यह बैठक कांग्रेस ने अपनी ताकत के प्रदर्शन के इरादे से और एच. डी. कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) की सरकार को गिराने के भाजपा के कथित प्रयास के खिलाफ बुलाई थी।
येदियुरप्पा ने कहा, कांग्रेस विधायक दल की बैठक से कांग्रेस विधायकों की गैरमौजूदगी और गठबंधन सहयोगियों के बीच गहरे मतभेद इस बात के संकेत हैं कि आने वाले दिनों में कुछ विस्फोटक हो सकता है। उन्होंने कहा कि उनकी गैरमौजूदगी कांग्रेस विधायकों के प्रचंड गुस्से और रोष को दिखाती है।
भाजपा प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने जिस लहजे में पार्टी विधायकों को चेतावनी दी, उससे उनकी हताशा और डर का पता चलता है। येदियुरप्पा ने कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल की उस टिप्पणी की भी आलोचना की कि कर्नाटक में वर्ष 2008 में ‘ऑपरेशन लोटस’ शुरू हुआ था। भाजपा प्रमुख ने कहा कि यह कांग्रेस ही थी जिसने ‘आया राम गया राम’ संस्कृति की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि विधायकों की इस दलबदलू प्रवृत्ति का अन्य दलों पर भी असर पड़ा। येदियुरप्पा ने कहा कि भाजपा को सत्ता का लालच नहीं है।
भाजपा कर्नाटक सरकार को कभी अस्थिर नहीं करेगी
कर्नाटक में भाजपा के प्रदेश प्रमुख बीएस येदियुरप्पा ने शनिवार को कहा कि पार्टी राज्य की सत्तारूढ़ गठबंधन को अस्थिर नहीं करेगी। येदियुरप्पा के बयान से एक दिन पहले ही कांग्रेस ने अपने विधायकों के किसी और पार्टी के पाले में जाने के डर से अपने सभी विधायकों को यहां पास के रिसॉर्ट में भेज दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गुड़गांव के एक होटल में डेरा डाले सभी भाजपा विधायकों से उन्होंने वापस लौटने और अब राज्य के सूखा प्रभावित इलाकों का दौरा करने को कहा है।