ताज़ा खबरें
आतंकियों को मारने की जगह पकड़ा जाए, ताकि पूछताछ हो: फारूक
अनंतनाग में मुठभेड़ जारी, जवानों ने दो विदेशी आतंकियों को किए ढेर
भारत के गांव में कमला हैरिस की जीत के लिए प्रार्थना, बांट रही मिठाई
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले पर सुप्रीम कोर्ट पांच नवंबर को करेगा सुनवाई
एनसीआर में दिल्ली की हवा सबसे खराब, छाई धुंध की जहरीली चादर
बीजेपी अस्तित्व में नहीं थी, तब भी लोग मनाते थे दीपावली: धर्मेंद्र यादव
आतंकियों का गैर कश्मीरी कर्मचारियों पर हमला, फायरिंग में दो घायल

बेंगलुरु: पूर्व प्रधानमंत्री एवं जनता दल (सेलकुलर) के अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद में राफेल मामले पर बोलना चाहिए क्योंकि आरोप सीधे उनके खिलाफ लगाए जा रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के शुक्रवार को लोकसभा में दी गई भाषणा की सराहना की लेकिन कहा कि यह पर्याप्त नहीं है। देवगौड़ा ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री सदन में क्यों नहीं आते और बोलते हैं? रक्षा मंत्री ने अच्छी दलीलें दी, लेकिन वह अलग मामला है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आरोप प्रधानमंत्री के खिलाफ हैं। जब कोई आरोप होता है, चाहे वह प्रधानमंत्री के खिलाफ हो या किसी अन्य नेता के, उन्हें सदन में आना चाहिए।’’

जद (एस) के प्रमुख ने कहा कि मोदी ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध कर लोगों को उनपर शक करने का कारण दिया है। देवगौड़ा ने कहा, ‘‘ सवाल यह नहीं है कि वह (मोदी) सही हैं या कोई और सही है। लेकिन समस्या सिर्फ यह है कि प्रधानमंत्री सवालों का जवाब देने के लिए क्यों नहीं आ रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री साक्षात्कार दे रहे हैं और वह 200 रैलियां संबोधित करने वाले हैं, लेकिन अधिक महत्वपूर्ण यह है कि उन्हें संसद में भी बोलना चाहिए था।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को मेरी सलाह है कि जब ऐसे आरोप लगते हैं तो उन्हें सदन में आना चाहिए और उसका सामना करना चाहिए।’’ गौरतलब है कि कांग्रेस करोड़ों डॉलर के राफेल जंगी विमान सौदे को लेकर मोदी को निशाने पर ले रही है। लोकपाल की नियुक्ति में देरी पर सवाल करते हुए देवगौड़ा ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर 10 महीने के अपने कार्याकाल के दौरान लोकपाल के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख