बेंगलुरु: बेगलुरु पुलिस ने मौत का प्रसाद बाटने वाले महंत को गिरफ्तार कर लिया है। पिछले दिनों चामराजनगर जिले में एक मंदिर में जहरीला प्रसाद खाने से 15 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में महादेश्वर हिल सालुरु मठ के महंत पीआई महादेवस्वामी को गिरफ्तार किया गया है। उनकी इस घटना में भूमिका थी। बहरहाल, चामराजनगर जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एम एस गीता ने कोई और जानकारी देने से इनकार कर दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि महंत और एक महिला समेत कम से कम पांच लोगों की इस घटना में सीधी भूमिका है।
अभी तक 11 लोगों से पूछताछ
अधिकारियों ने 15 दिसंबर की इस घटना को लेकर अभी तक 11 लोगों से पूछताछ की है। गौरतलब है कि चामराजनगर जिले के हानुर तालुक के सुवावाडी गांव में मरम्मा मंदिर में प्रसाद खाने के बाद 120 से अधिक लोग बीमार पड़ गए थे। घटना के दिन ही नौ लोगों की मौत हो गई थी जबकि छह लोगों की उसके बाद चार दिनों में मौत हो गई थी। 27 लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।
प्रयोगशाला में हुई जांच के दौरान प्रसाद में कीटनाशक पदार्थ पाए गए। पुलिस को संदेह है कि राजस्व बंटवारे को लेकर मंदिर के प्रबंधन से नाराज एक गुट ने प्रसाद में जहर मिलाया होगा।
महंत ने रची साजिश
कर्नाटक पुलिस (साउथ जोन) के आईजी केवी शरत चंद्र ने मीडिया को बताया बताया कि 52 वर्षीय महंत और उसके साथियों एक महिला, उसके पति के साथ उसके दोस्त को आईपीसी की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि महादेश्वर हिल सालुरू मठ महंत पी आई महादेश्वर स्वामी उर्फ देवन्ना बुद्धि ने ना केवल मंदिर का नियंत्रण हासिल करने बल्कि न्यास के मौजूदा सदस्य की छवि खराब करने की साजिश रची। आईजी ने बताया कि महंत 2017 तक मंदिर न्यास के नियंत्रण में थे लेकिन बाद में उनकी अनदेखी कर दी गई, जिससे वह गुस्सा हो गए। उन्होंने बताया कि महंत की तरफ से 35 वर्षीय महिला ने कथित तौर पर कीटनाशक का बंदोबस्त किया और उसके पति तथा दोस्त ने प्रसाद बनाते समय उसमें जहर मिलाया।