ताज़ा खबरें
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

सूरत: गुजरात के सूरत शहर के एक औद्योगिक क्षेत्र में बृहस्पतिवार को दोपहर में करीब 100 प्रवासी मजदूर जुट गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। इन मजदूरों का विरोध लॉकउाउन के दौरान उन्हें दिए जा रहे भोजन के मुद्दे पर था। एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रवासी मजदूर और उनके परिवार के सदस्य पंडेसरा इलाके में सड़क पर बैठ गए। इन श्रमिकों में से ज्यादातर उत्तर प्रदेश और बिहार से थे। इन कामगारों की शिकायत थी कि उन्हें दिया जा रहा भोजन उनके स्वाद के मुताबिक नहीं है। 

इस घटना की जानकारी जैसे ही डीसीपी विधि चौधरी को मिली वो पुलिस दल के साथ लॉकडाउन का पालन करने के लिए कामगारों को समझाने मौके पर पहुंच गए। चौधरी ने बताया कि खाने को लेकर यह एक छोटा मुद्दा था जिसे सुलझा लिया गया है। स्थिति अब यहां नियंत्रण में है। इस बीच कुछ प्रवासियों ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि एनजीओ की तरफ से दिया जा रहा खाना उनके स्वाद के मुताबिक नहीं है, क्योंकि वे मसालेदार और नॉन-वेज खाना पसंद करते हैं।

अहमदाबाद: गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी अगले एक हफ्ते तक किसी से मुलाकात नहीं करेंगे, लेकिन इस दौरान वह राज्य प्रशासन का संचालन करते रहेंगे। मंगलवार को उन्होंने कांग्रेस के एक विधायक से मुलाकात की थी जो बाद में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। मुख्यमंत्री कार्यालय में सचिव अश्विनी कुमार ने बुधवार को बताया कि रूपाणी की सेहत अच्छी है और वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, वीडियो कॉलिंग और टेलीकॉलिंग जैसी तकनीकी सुविधाओं की मदद से राज्य प्रशासन का संचालन करेंगे।

उन्होंने बताया, ‘‘अगले एक हफ्ते तक मुख्यमंत्री आवास पर किसी आगंतुक को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।'' कुमार ने एक वक्तव्य में बताया कि प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. आर. के. पटेल और डॉ. अतुल पटेल ने मुख्यमंत्री की जांच की है। उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री की सेहत अच्छी है और उनके स्वास्थ्य संबंध सभी मानक सामान्य हैं।'' कांग्रेस विधायक इमरान खेड़ावाला और पार्टी के अन्य विधायकों ने मंगलवार सुबह रूपाणी से गांधीनगर में उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की थी। उसी शाम खेड़ावाला में संक्रमण की पुष्टि हुई थी।

अहमदाबाद: देशभर में कोरोना वायरस का कहर जारी है और इसके मरीजों की संख्या 11 हजार पार कर गई है। इस बीच गुजरात से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें कोरोना मरीजों का इलाज हिन्दू-मुस्लिम धर्म के आधार पर अलग-अलग वार्ड में किया जा रहा है। अहमदाबाद सिविल अस्पताल में धर्म के आधार पर कोरोना वायरस से संक्रमित हिंदू और मुस्लिम मरीजों और संदिग्धों के लिए अलग-अलग वार्ड (कोविड-19 वार्ड) बनाए गए हैं। बताया जा रहा है कि सरकार के फैसले के तहत ही दोनों समुदाय के मरीजों को अलग-अलग रखने की यह व्यवस्था की गई है। इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।

इंडियन एक्सप्रेस की इस रिपोर्ट में मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. गुणवंत एच राठौड़ के हवाले से कहा गया है कि यहां हिन्दू और मुस्लिम मरीजों के लिए अलग-अलग वार्ड बनाए गए हैं, इस तरह से अस्पताल में कोरोना वायरस के कुल मरीजों के लिए ऐसे 1200 बेड हैं। हालांकि, उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने इस घटना की जानकारी होने से इनकार कर दिया।

अहमदाबाद: गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी द्वारा मंगलवार (14 अप्रैल) सुबह में बुलाई गई बैठक में भाग लेने वाले कांग्रेस के एक स्थानीय विधायक में कोरोना वायरस होने की शाम को पुष्टि हुई है। नगर निगम के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। नगर निगम के उपायुक्त ओमप्रकाश माचरा ने बताया कि कांग्रेस विधायक इमरान खेडावाला में कोरोना वायरस की मंगलवार को शाम को पुष्टि हुई। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद के खाड़िया जमालपुर सीट से विधायक को शीघ्र ही कोविड-19 के लिए निर्धारित अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।

मुख्यमंत्री के गांधीनगर आवास में रुपाणी के साथा हुई बैठक में खेडावाला कुछ अन्य कांग्रेस विधायकों के साथ मौजूद थे। वहीं, गुजरात में मंगलवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के 78 नए मामले आने के बाद राज्य में कोविड-19 के कुल संक्रमित लोगों की संख्या 650 हो गई है। अहमदाबाद में कोरोना वायरस के 53 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 373 हो गई। सूरत में इस वायरस के नौ मामले सामने आए। इसके बाद वडोदरा में छह, भावनगर में तीन, छोटा उदयपुर और मेहसाणा में दो-दो मामले और आणंद, दाहोद, और गांधीनगर में एक-एक मामले सामने आए हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख