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रांची (जनादेश ब्यूरो): झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन की सहयोगी पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में से 70 सीटों पर जेएमएम और कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा बाकी बची हुई सीटों पर आरजेडी, सीपीएम माले और उनके अन्य सहयोगी चुनाव लड़ेंगे। सीएम सोरेन ने कहा कि इन सीटों पर कौन कहां से चुनाव लड़ेगा ये तय किया जाएगा। हालांकि जेएमएम-कांग्रेस कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसका खुलासा अभी नहीं किया।

जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर की उपस्थिति में सीट शेयरिंग का एलान किया। हालांकि इस मौके पर आरजेडी और वाम दल के प्रतिनिधि उपस्थित नहीं थे। मुख्यमंत्री ने बताया कि अभी गठबंधन में शामिल सहयोगी दलों के नेताओं के साथ बातचीत हो रही है। हेमंत सोरेन ने बताया कि आरजेडी और सीपीआईएल से बातचीत से यह भी साफ हो जाएगा कि कांग्रेस और जेएमएम किन-किन सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए के घटक दलों में सीट शेयरिंग पर डील तय हो गई है। सीट बंटवारे के तहत झारखंड की 81 में से 68 सीटें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को मिली हैं।

एजेएसयू-10 जेडीयू-2 और एलजेपी-1 सीट पर लडेगी चुनाव

एनडीए के घटक दलों में से कौन कितनी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगा इसकी घोषणा बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने की है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में एनडीए पूरी ताकत के साथ जनता के सामने जा रही है, हमें पूरा विश्वास है कि जनता हमें यहां सेवा करने का मौका जरूर देगी।

उन्होंने आगे बताया कि सीट बंटवारे के तहत ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (एजेजनताएसयू) कुल दस सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। वहीं जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) दो सीटों पर और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) एक सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। झारखंड विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराया जाना है। आयोग ने चुनाव की तारीखों का कुछ दिन पहले ही एलान किया था।

रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को छह नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर इन ट्रेनों को रवाना किया। रेलवे मंत्रालय का कहना है कि इन ट्रेनों से संपर्क सुविधा, सुरक्षित यात्रा और यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी। इन नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत के बाद इनकी संख्या 54 से बढ़कर अब 60 हो गई है। इस तरह वंदे भारत ट्रेनें रोज 120 फेरों के जरिए 24 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 280 से अधिक जिलों को कवर करेंगी।

बिहार-झारखंड समेत चार राज्यों को फायदा

नई ट्रेनें, जिन छह नए मार्गों को कवर करेंगी, वे टाटानगर-पटना, ब्रह्मपुर-टाटानगर, राउरकेला-हावड़ा, देवघर-वाराणसी, भागलपुर-हावड़ा और गया-हावड़ा हैं। यानि आज की छह वंदे भारत ट्रेने बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के यात्रियों के सफर को आसान बनाएंगी। पहली वंदे भारत ट्रेन 15 फरवरी, 2019 को शुरू की गई थी। यह ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की क्षमता रखती हैं।

रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन आज (30 अगस्त) भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि, डैमेज कंट्रोल प्लान के लिए हेमंत सोरेन ने रामदास सोरेन को प्रदेश सरकार में शुक्रवार को मंत्री बनाया है।

चंपाई सोरेन के स्वागत के लिए रांची के शाखा मैदान में अभिनंदन व मिलन कार्यक्रम रखा गया। मंच पर चुनाव चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान, चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्वा शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी समेत झारखंड बीजेपी के तमाम नेता मौजूद रहे। इस मंच पर चंपाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन भी मौजूद रहे।

झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन का जेएमएम से अलग होना इस बात का नतीजा है कि पार्टी ने हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री के रूप में फिर से बहाल कर दिया, जब उन्हें पांच महीने तक जेल में रहने के बाद जमानत मिल गई थी। पार्टी के इस फैसले से चंपाई सोरेन को सीएम का पद छोड़ना पड़ा। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या चंपाई सोरेन के दम पर बीजेपी को विधानसभा चुनाव में जेएमएम और उसके सहयोगियों को हराने में मदद मिलेगी?

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