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रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को छह नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर इन ट्रेनों को रवाना किया। रेलवे मंत्रालय का कहना है कि इन ट्रेनों से संपर्क सुविधा, सुरक्षित यात्रा और यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी। इन नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत के बाद इनकी संख्या 54 से बढ़कर अब 60 हो गई है। इस तरह वंदे भारत ट्रेनें रोज 120 फेरों के जरिए 24 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 280 से अधिक जिलों को कवर करेंगी।

बिहार-झारखंड समेत चार राज्यों को फायदा

नई ट्रेनें, जिन छह नए मार्गों को कवर करेंगी, वे टाटानगर-पटना, ब्रह्मपुर-टाटानगर, राउरकेला-हावड़ा, देवघर-वाराणसी, भागलपुर-हावड़ा और गया-हावड़ा हैं। यानि आज की छह वंदे भारत ट्रेने बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के यात्रियों के सफर को आसान बनाएंगी। पहली वंदे भारत ट्रेन 15 फरवरी, 2019 को शुरू की गई थी। यह ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की क्षमता रखती हैं।

रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन आज (30 अगस्त) भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि, डैमेज कंट्रोल प्लान के लिए हेमंत सोरेन ने रामदास सोरेन को प्रदेश सरकार में शुक्रवार को मंत्री बनाया है।

चंपाई सोरेन के स्वागत के लिए रांची के शाखा मैदान में अभिनंदन व मिलन कार्यक्रम रखा गया। मंच पर चुनाव चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान, चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्वा शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी समेत झारखंड बीजेपी के तमाम नेता मौजूद रहे। इस मंच पर चंपाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन भी मौजूद रहे।

झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन का जेएमएम से अलग होना इस बात का नतीजा है कि पार्टी ने हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री के रूप में फिर से बहाल कर दिया, जब उन्हें पांच महीने तक जेल में रहने के बाद जमानत मिल गई थी। पार्टी के इस फैसले से चंपाई सोरेन को सीएम का पद छोड़ना पड़ा। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या चंपाई सोरेन के दम पर बीजेपी को विधानसभा चुनाव में जेएमएम और उसके सहयोगियों को हराने में मदद मिलेगी?

रांची: घाटशिला से निर्वाचित विधायक रामदास सोरेन हेमंत मंत्रिमंडल के नए सदस्य बने हैं। उन्होंने आज यानी शुक्रवार (30 अगस्त) को राजभवन में मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

शपथ ग्रहण के दौरान कई दिग्गज रहे मौजूद

इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, हफीजुल हसन, इरफान अंसारी, विधायक कल्पना सोरेन, मुख्य सचिव एल खियांग्ते, कैबिनेट सचिव वंदना दादेल, राज्यपाल के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। शपथ ग्रहण समारोह में रामदास सोरेन के समर्थक एवं परिवार के सदस्य भी पहुंचे थे।

शपथ से पहले शिबू सोरेन से लिया आशीर्वाद 

मंत्री पद की शपथ लेने से पहले घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन ने शुक्रवार को सबसे पहले राजधानी रांची में दिशाेम गुरु शिबू सोरेन के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। मंत्री पद की शपथ लेने से पहले विधायक व उनकी पत्नी पूरे परिवार के सदस्यों के संग गुरूजी के आवास पहुंचे।

रांची: झारखंड में चंपाई सोरेन और हेमंत सोरेन की लड़ाई का पहला राउंड हेमंत सोरेन के पक्ष में नज़र आ रहा है। इसकी तस्वीरें 28 अगस्त को रांची से लेकर सरायरकेला तक नजर आईं, जब बीजेपी में जाने के एलान के बाद चंपाई दिल्ली से रांची पहुंचे तो पार्टी का कोई भी बड़ा नेता उनके साथ नहीं दिखा और वहीं दूसरी तरफ उनके क्षेत्र सरायकेला में हेमंत सोरेन पहुंचे, तो कार्यक्रम में चंपई के क्षेत्र के सभी विधायक-मंत्री मुख्यमंत्री के साथ नजर आए।

चंपाई के क्षेत्र से आने वाले सभी विधायक-मंत्री हेमंत के साथ

जब चंपई सोरेन रांची पहुंचे तो तकरीबन उसी समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चंपाई सोरेन के ही विधानसभा क्षेत्र सरायकेला में थे। कार्यक्रम तो सरकारी था, लेकिन इसे शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देख गया। मौका था झारखंड मंईया सम्मान योजना के तहत महिलाओं के खाते में पैसा भेजने का। इस कार्यक्रम में सरकारी अमला तो था, लेकिन साथ में थे उस क्षेत्र से आने वाले सभी विधायक और मंत्री। यानि चंपाई सोरेन के क्षेत्र से आने वाले सभी मंत्री और विधायक पूरी तरह हेमंत सोरेन के साथ खड़े हैं।

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