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रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में अब एक महीने से भी कम का समय रह गया है। इस बीच इंडिया गठबंधन में सीटों की स्थिति को लेकर तनातनी की स्थिति पैदा हो गई। दरअसल, हाल ही में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी पार्टी झामुमो और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे के समझौते का एलान किया था।

इस पर रविवार को निराशा व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने कहा कि उसे राज्य में 12 सीट से कम पर लड़ना स्वीकार नहीं होगा। पार्टी ने कहा कि अगर उसे अकेले चुनावी मैदान में उतरना पड़ा, तो उस स्थिति में भी वह इंडिया गठबंधन को नुकसान नहीं पहुंचाएगी।

बता दें कि राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों ने भाजपा का मुकाबला करने के लिए इंडिया गठबंधन बनाया है। इसमें कांग्रेस, राजद और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) भी शामिल हैं। हालांकि, राज्य स्तर पर यह गठबंधन पार्टियों के बीच सहमति न बन पाने की वजह से कई बार मुश्किलों में घिरा है। ताजा मामला शनिवार का ही है, जब झामुमो और कांग्रेस ने घोषणा की कि दोनों दल राज्य की 81 विधानसभा सीट में से 70 पर चुनाव लड़ेंगे।

रांची (जनादेश ब्यूरो): झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन की सहयोगी पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में से 42 पर जेएमएम, 28 पर कांग्रेस, 6 पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और पांच सीट पर वामपंथी प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे।

इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया था कि झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में से 70 सीटों पर जेएमएम और कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा बाकी बची हुई सीटों पर आरजेडी, सीपीएम माले और उनके अन्य सहयोगी चुनाव लड़ेंगे। सीएम सोरेन ने कहा कि इन सीटों पर कौन कहां से चुनाव लड़ेगा ये तय किया जाएगा। हालांकि जेएमएम-कांग्रेस कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसका खुलासा अभी नहीं किया।

बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 43 सीटों पर और कांग्रेस ने 31 सीटों पर चुनाव लड़ा था। जिसमें से जेएमएम को 30 सीटों पर और कांग्रेस को 16 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं सात सीटों पर चुनाव लड़ी आरजेडी सिर्फ एक सीट ही जीत पाई थी। इस चुनाव में आरजेडी का प्रदर्शन सबसे खराब रहा था।

रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अपने 66 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को धनवार से प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं झारखंड के पूर्व सीएम और पूर्व जेएमएम नेता (अब भाजपा में) चंपई सोरेन को सरायकेला से उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि उनके बेटे बाबूलाल सोरेन को घाटशिला सुरक्षित सीट से मौका दिया गया है। भाजपा ने पूर्व जेएमएम नेता लोबिन हेम्ब्रम को बोरियो विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है।

इन नेताओं के परिवार के सदस्यों को भी टिकट

भाजपा की तरफ से जारी सूची के अनुसार, झारखंड के पूर्व सीएम और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संरक्षक शिबू सोरेन की बड़ी बहू और भाजपा नेता सीता सोरेन को पार्टी ने जामताड़ा से उम्मीदवार बनाया है। इस कड़ी में अगला नाम पूर्व केंद्रीय मंंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा का है, जिन्हें पोटका सुरक्षित सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। पूर्व सीएम और ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास की बहू पूर्णिमा दास साहू को जमशेदपुर पूर्व से टिकट मिला है। वहीं पूर्व सीएम चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को घाटशिला सुरक्षित सीट से मौका दिया गया है।

रांची (जनादेश ब्यूरो): झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन की सहयोगी पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में से 70 सीटों पर जेएमएम और कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा बाकी बची हुई सीटों पर आरजेडी, सीपीएम माले और उनके अन्य सहयोगी चुनाव लड़ेंगे। सीएम सोरेन ने कहा कि इन सीटों पर कौन कहां से चुनाव लड़ेगा ये तय किया जाएगा। हालांकि जेएमएम-कांग्रेस कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसका खुलासा अभी नहीं किया।

जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर की उपस्थिति में सीट शेयरिंग का एलान किया। हालांकि इस मौके पर आरजेडी और वाम दल के प्रतिनिधि उपस्थित नहीं थे। मुख्यमंत्री ने बताया कि अभी गठबंधन में शामिल सहयोगी दलों के नेताओं के साथ बातचीत हो रही है। हेमंत सोरेन ने बताया कि आरजेडी और सीपीआईएल से बातचीत से यह भी साफ हो जाएगा कि कांग्रेस और जेएमएम किन-किन सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

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