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चंडीगढ़: सांसद और शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने रविवार को राष्ट्रपति से संसद द्वारा पारित कृषि विधेयकों पर अपनी सहमति नहीं देने और उनसे संसद में पुनर्विचार को दोबारा भेजने की अपील की है। सुखबीर ने आगे कहा कि ये विधेयक पारित होने से लोकतंत्र और देश के लाखों लोगों के लिए दुखद दिन का संकेत होगा। लोकतंत्र का अर्थ आम सहमति है, न कि बहुमत उत्पीड़न। सुखबीर बादल ने यह बयान राज्यसभा से तीन विधेयकों में से दो के पास होने के तुरंत बाद कही।

बता दें कि विपक्ष के हंगामे के बीच राज्यसभा ने रविवार को किसान उत्पाद, व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक, 2020 और मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा विधेयक, 2020 (सशक्तिकरण और संरक्षण) को पारित किया। उन्हें गुरुवार को लोकसभा द्वारा पारित किया गया था। राज्यसभा में एक तीसरा विधेयक पारित होना बाकी है।

नई दिल्ली: लोकसभा से दो किसान बिल पारित होने के बाद से पंजाब-हरियाणा के किसान उग्र हो गए हैं। उनलोगों ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है। पंजाब के अमृतसर में आज (शनिवार, 19 सितम्बर, 2020) किसान अपने अपने हाथों में कृपाण लेकर सड़कों पर उतर आए और किसान बिल के विरोध में जमकर नारेबाजी की। किसानों ने सड़क जाम कर दिया और आने-जाने वाली गाड़ियों को रोक दिया। ये सभी किसान विरोधी बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। राज्य में पिछले कई दिनों से किसान कृषि सुधार विधेयक का विरोध कर रहे हैं।

नारेबाजी कर किया सड़क जाम

हरियाणा में भी किसानों में ऐसा ही गुस्सा है। रोहतक में भी किसानों ने शनिवार (19 सितम्बर) को सड़कों पर उतरकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और नए बिल को वापस लेने की मांग की। ये किसान बिल का विरोध कर रहे हैं। उन्हें डर है कि सरकार नए कानून के सहारे उन्हें मिलने वाली न्यूनतम समर्थन मूल्य छीनना चाहती है और प्राइवेट खिलाड़ियों के हाथ कृषि क्षेत्र को सौंपना चाहती है।

चंडीगढ़: पंजाब पुलिस ने बुधवार को बताया कि भारतीय क्रिकेट सुरेश रैना के रिश्तेदारों पर हमले और मर्डर की गुत्थी सुलझा ली गई है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये तीनों एक अंतरराज्यीय लुटेरों-अपराधियों के गैंग के सदस्य हैं। पंजाब पुलिस के डीजी दिनकर गुप्ता ने बताया कि इस मामले में 11 आरोपी फरार हैं। उनकी तलाश हो रही है। डीजी गुप्ता पठानकोट जिले के पीएस शाहपुरकांडी के गांव थरयाल में 19 अगस्त को हुए इस मामले में हुई गिरफ्तारियों की जानकारी दे रहे थे।

उस दिन कुछ लोगों ने रैना के बुआ-फूफा के सोते हुए परिवार पर हमला किया था, इसमें उनके फूफा अशोक कुमार, जो कॉन्ट्रैक्टर थे, उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी, उनके बेटे कौशल कुमार की 31 अगस्त को अस्पताल में मौत हो गई थी, वहीं उनकी पत्नी आशा रानी अभी भी बहुत गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। घटना में दो और लोग घायल हुए थे, जिन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

चंडीगढ़: पंजाब में किसानों के विरोध के बीच केंद्र सरकार की सरकार में सहयोगी दल शिरोमणि अकाली दल ने सोमवार को लोकसभा में पेश किए गए किसान अध्यादेशों का विरोध किया है। पार्टी का कहना है कि कैबिनेट में ये बिल पास करने से पहले केंद्र सरकार ने उससे कोई सलाह नहीं ली थी। अकाली दल के मुखिया सुखबीर सिंह बादल ने मंगलवार को कहा, 'सरकार को एसएडी जैसी पार्टियों, जो किसानों और गरीबों की पार्टियां है, उनसे पहले सलाह लेनी चाहिए थी। हमसे इस अध्यादेश के बारे में कुछ नहीं कहा गया था। जब इसे कैबिनेट में लाया गया, तो हमारे प्रतिनिधि ने सवाल उठाए थे। यह अध्यादेश पंजाब को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रहे हैं। पंजाब के किसानों को उनके सवालों के जवाब नहीं मिले हैं।'

पार्टी ने केंद्र के इस कदम का पहले समर्थन किया था, लेकिन शनिवार को अकाली दल की कोर समिति की एक बैठक हुई थी, जिसमें पार्टी ने केंद्र से इन तीन अध्यादेशों को लोकसभा में तब तक न लाने की अपील की थी, जब तक किसानों के आरक्षण के मुद्दे पर बात नहीं हो जाती। इसके बाद पार्टी ने अपना रुख बदल लिया है।

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