ताज़ा खबरें
अजमेर शरीफ दरगाह में मंदिर के दावे को केंद्र सरकार ने किया खारिज
मुर्शिदाबाद हिंसा पीड़ितों से मिले गवर्नर, -बोले जल्द होगी ठोस कार्रवाई
स्टालिन ने शाह पूछा- 'क्या राज्यों के अधिकारों की मांग करना गलत है'

चंडीगढ़: पंजाबी गायक और कांग्रेसी नेता सिद्धू मूसेवाला की रविवार शाम करीब चार बजे हमलावरों ने सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी। पंजाब पुलिस के पुलिस महानिदेशक वीके भवरा ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान बताया कि हत्या में तीन हथियारों का इस्तेमाल हुआ है। हालांकि उन्होंने एके-47 राइफल का नाम नहीं लिया। उन्होंने बताया कि हत्या के पीछे लारेंस बिश्नोई गैंग का हाथ है। बिश्नोई के करीबी कनाडा में बैठे गैंगस्टर लकी उर्फ गोल्डी बराड़ ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने बताया कि यह दो गैंग के टकराव का मामला है। मूसेवाला के मैनेजर शगनप्रीत का नाम शिअद नेता विक्की मिड्डूखेड़ा हत्याकांड में आया था। यह घटना उसी की प्रतिक्रिया मानी जा रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि मूसेवाला के पास पंजाब पुलिस के चार कमांडो सुरक्षा में तैनात थे। जिनमें से दो को वापस ले लिया गया था, लेकिन उनके पास दो कमांडो की सुरक्षा थी, जिन्हें मूसेवाला आज अपने साथ नहीं ले गए थे।

पंजाब के डीजीपी वीके भावरा ने कहा कि अतिरिक्त फोर्स को भी भेजा जा रहा है। हमारी कोशिश है कि इस मामले को जल्द से जल्द हल करें।

चंडीगढ़: पंजाब की बलवंत सिंह मान सरकार ने 424 वीआईपी लोगों की सुरक्षा वापस ले ली है। जिन वीआईपी लोगों की सुरक्षा वापस ली गई, उनमेंं कई सेवानिवृत अधिकारी और और पूर्व विधायक भी शामिल हैं। कहा जा रहा है कि सुरक्षा वापस लेने से पहले पंजाब की नई-नवेली सरकार ने इस मसले पर एक रिव्यू बैठक की थी। जिसमें इस बात पर विचार विमर्श किया गया था कि क्या 424 लोगों को सुरक्षा की जरूरत है।

इस बैठक के बाद राज्य सरकार ने सुरक्षा में कटौती के आदेश जारी किए हैं। सुरक्षा को वापस लिए जाने का एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि पंजाब पुलिस में पहले से ही कर्मचारियों की भारी कमी है। ऐसे में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आम स्थानों पर सुरक्षा कर्मियों की कमी को पूरा करना मुश्किल होता जा रहा है।

आपको बता दें कि इससे पहले अप्रैल में, पंजाब सरकार ने पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायकों और अन्य नेताओं सहित 184 लोगों की सुरक्षा वापस लेने का आदेश दिया था।

पटियाला: पंजाब की पटियाला सेंट्रल जेल में बंद पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू बतौर क्लर्क के रूप में काम करेंगे। जानकारी के अनुसार कैदी नंबर 241383 नवजोत सिंह सिद्धू को बैरक नंबर 7 में रखा गया है। उन्हें क्लर्क का काम दिया गया है। हालांकि सुरक्षा कारणों के चलते सिद्धू अपनी सेल से काम करेंगे। फाइलें उनके बैरक में भेजी जाएंगी। पहले तीन महीने उन्हें बिना वेतन के प्रशिक्षित किया जाएगा और बाद में प्रतिदिन 30-90 रुपये का भुगतान किया जाएगा। ये पैसे सीधे उनके खाते में भेजे जाएंगे। जेल में बंद कैदी दिन में आठ घंटे काम कर सकते हैं।

जेल अधिकारियों ने कहा कि 58 वर्षीय सिद्धू को सिखाया जाएगा कि अदालत के लंबे फैसलों को कैसे संक्षिप्त किया जाए और जेल रिकॉर्ड कैसे संकलित किया जाए।

सिद्धू को ‘रोड रेज' मामले में एक साल की सजा सुनाई गई है। जिसके बाद उन्हें पटियाला सेंट्रल जेल में बंद कर दिया गया। पहले दिन उन्होंने जेल में खाना नहीं खाया था। वहीं तबीयत सही नहीं होने के कारण सिद्धू को मेडिकल जांच के लिए पटियाला के राजिंद्र अस्पताल ले जाया गया था।

चंडीगढ़: पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को उनके पद से बर्खास्त करने के बाद अब गिरफ्तार कर लिया गया है। एंटी करप्शन ब्रांच ने भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद आज विजय सिंगला की गिरफ्तारी की है। बता दें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने थोड़ी देर पहले ही स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को बर्खास्त किया था और पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश भी दिया गया था। जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी कर ली गई है।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है। मान ने कहा कि उन्होंने ये फैसला, सिंगला द्वारा निविदाओं में कथित रूप से एक प्रतिशत कमीशन की मांग किए जाने की जानकारी मिलने के बाद किया। मुख्यमंत्री ने एक वीडियो संदेश में कहा, “ मैं मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा हूं। मैं उन्हें मंत्रिमंडल से हटा रहा हूं।” मान ने दावा किया कि सिंगला ने गलत काम करने की बात स्वीकार की है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख