चंडीगढ़: पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) के बागी नेताओं ने आज अपनी तदर्थ राजनीतिक विषयक समिति (पीएसी) की घोषणा की और कहा कि यह समिति राज्य में पार्टी संगठन को पुनर्गठित करेगी तथा प्रदेश इकाई के लिए नया अध्यक्ष चुनेगी। यह कदम बागियों द्वारा दो अगस्त में बठिंडा में की गयी बैठक के बाद उठाया गया है। बठिंडा में ‘स्वयंसेवी सम्मेलन’ में उन्होंने राज्य की वर्तमान पार्टी संगठन को भंग कर दिया था और आप की पंजाब इकाई के लिए स्वायत्तता की घोषणा की थी।
बागी समूह आप के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता पद से सुखपाल सिंह खैरा को हटाये जाने से खासा नाराज है। समूह ने राज्य में 20 विधायकों में से आठ का समर्थन होने का दावा किया है। बागियों ने आज प्रमुख आप सांसद भगवंत मान को भी निशाने पर लिया। संगरुर के सांसद मान ने खैरा और कंवर संधू पर आप को कमजोर करने के लिए पार्टी स्वयंसेवियों को भावनात्मक रुप से ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया।
आपको बता दें कि पिछले दिनों ही सुखपाल सिंह खैरा के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के विधायकों के एक समूह ने पार्टी की पंजाब इकाई को ‘‘स्वायत्त’’ घोषित कर दिया था और इसके वर्तमान सांगठनिक ढांचे को ‘‘भंग’’ कर दिया था, लेकिन यहां एक सार्वजनिक बैठक के दौरान इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए खैरा ने दिल्ली में नेतृत्व को एक हफ्ते का समय दिया था कि वे उन्हें पंजाब में विधायक दल के नेता पद से हटाने के निर्णय की समीक्षा करे। पद से हटाए जाने के बाद भोलथ के विधायक की तरफ से बुलाई गई ‘‘कार्यकर्ताओं की बैठक’’ में 20 आप विधायकों में से आठ ने हिस्सा लिया था।