नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पश्चिम बंगाल को मिलने वाले फंड के बकाया को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। टीएमसी का आरोप है कि केंद्र ने जितना फंड पश्चिम बंगाल के लिए आवंटित किया था, उसका एक हिस्सा अभी तक जारी नहीं किया गया है। टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने इस मुद्दे को लेकर रविवार को कहा कि हम राज्य को मिलने वाले फंड की बकाया राशि को लेकर एक खास मुहिम शुरू करने जा रहे हैं। इस मुहिम के तहत हम पश्चिम बंगाल की जनता से एक करोड़ पत्र लेकर पीएम मोदी को भेजेंगे।
उन्होंने कहा, हम मांग करेंगे कि वो राज्य को मिलने वाले पूरे फंड का भुगतान करें। मैं इन तमाम चिट्ठी को लेकर दिल्ली भी जाऊंगा। फिर हम देखेंगे कि बंगाल के एक करोड़ लोगों की चिट्ठी के साथ हमें केंद्र कैसे रोकता है। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि हमारी यह मुहिम मनरेगा योजना के तहत मिलने वाले पैसे के लिए भी है। जो फिलहाल केंद्र सरकार जारी नहीं कर रही है। हम चाहते हैं इस हस्ताक्षर अभियान की मदद से केंद्र सरकार पर दबाव बनाए ताकि वो बजट का भुगतान कर सके।
बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब अभिषेक बनर्जी या पश्चिम बंगाल सरकार ने केंद्र सरकार पर हमला बोला हो। कुछ दिन पहले ही तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व मे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात करने और पश्चिम बंगाल में श्रमिकों के लिए लंबित महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) कोष का मुद्दा उठाने का प्रयास किया था। लेकिन प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात गिरिराज सिंह से नहीं हो पाई थी। मंत्री से मुलाकात नहीं होने के बाद मीडिया से बात करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि हमें उनकी अनुपस्थिति का कोई उचित कारण नहीं बताया गया। ऐसा लगता है कि मंत्री के पास हमारे सवाल का जवाब नहीं है। इसलिए उन्होंने आसान रास्ता चुना और भाग निकले।
बनर्जी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि हम बंगाल के 17 लाख परिवारों को भाजपा के हाथों उनके अधिकार से वंचित नहीं होने देंगे। जब तक मनरेगा फंड जारी नहीं किया जाता, तब तक हम अपनी आवाज उठाते रहेंगे। आश्वासन के बिना, हम नहीं छोड़ेंगे। हम यहां चाय और नाश्ते के लिए नहीं आए हैं। उन्होंने कहा था कि पार्टी नेताओं ने मंत्री से बात की थी और उन्हें बुधवार को उनसे मिलने के लिए कहा गया था।