कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नोटबंदी को लेकर विरोध का सिलसिला आज (शुक्रवार) बंगाल वैश्विक व्यापार सम्मेलन के पहले दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि राज्य के उद्योग इसकी वजह से परेशानियों का सामना कर रहे हैं। ममता ने आज यहां कहा, ‘राज्य के उद्योग नोटबंदी तथा बैंकिंग प्रणाली में नए नोट डालने की प्रक्रिया की वजह से परेशानी का सामना कर रहे हैं। अर्थव्यवस्था में सुस्ती आ रही है और व्यापारी, किसान और असंगठित क्षेत्र के श्रमिक परेशानियों का सामना कर रहे हैं। इसके बावजूद मैं सभी को राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित करती हूं।’ इस सम्मेलन में देश के वरिष्ठ उद्योगपतियों के साथ विदेशी प्रतिनिधि भी भाग ले रहे हैं। ममता ने कहा, ‘हम उद्योग को राहत दे रहे हैं। राज्य के पास अधिशेष बिजली, कौशल और सस्ता श्रम, भूमि बैंक आदि है। राज्य में उद्योग के लिए जमीन की कमी नहीं है।’ बंगाल को पूर्वोत्तर तथा दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के लिए गेटवे बताते हुए ममता ने कहा कि यहां किया गया निवेश इन स्थानों के अलावा पड़ोसी देशों बांग्लादेश, भूटान, नेपाल तथा चीन के कुछ हिस्सों में पहुंचेगा। कार्य संस्कृति में सुधार का जिक्र करते हुए ममता ने कहा कि छह साल पहले उनकी पार्टी के सत्ता में आने के बाद से एक भी श्रम दिवस का नुकसान नहीं हुआ है। पूर्ववर्ती वामदलों की सरकार के समय 78 लाख श्रमदिवसों का नुकसान हुआ था। उन्होंने कहा कि हम हड़ताल या तालाबंदी का समर्थन नहीं करते। हम मुद्दों को 24 घंटे में सुलझाने का प्रयास करते हैं।
इस सम्मेलन में आरपी संजीव गोयनका समूह के संजीव गोयनका, एयरटेल के राजन भारती मित्तल, हीरो मोटोकार्प के पंकज मुंजाल तथा फ्यूचर समूह के किशोर बियाणी उपस्थित थे।