ताज़ा खबरें
संविधान की प्रस्तावना में भी संशोधन कर सकती है संसदः सुप्रीम कोर्ट
संभल हिंसा: सपा सांसद बर्क और पार्टी विधायक के बेटे पर मुकदमा

कोलकाता: यहाँ की एक मस्जिद के इमाम ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नोटबंदी के जरिये लोगों को बेवकूफ बनाने का आरोप लगाते हुए फतवा जारी कर दिया। भाजपा में इस फतवे को लेकर आक्रोश है और इमाम की गिरफ्तारी की मांग तेज हो गई है। कोलकाता की टीपू सुल्तान मस्जिद के शाही इमाम सैयद मोहम्मद नुरूर रहमान बरकती ने कहा, ‘नोटबंदी के कारण हर रोज लोगों को प्रताड़ित होना पड़ रहा है और समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं। मोदी नोटबंदी के नाम पर समाज और देश की भोली-भाली जनता को बेवकूफ बना रहे हैं। अब कोई उन्हें प्रधानमंत्री बनाना नहीं चाहता।’ उन्होंने यह बात ऑल इंडिया मजलिस-ए-सुरा और ऑल इंडिया मायनॉरिटी फोरम के संयुक्त सम्मेलन में कही। इमाम के इस फतवे की निंदा करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दिल्ली में कहा, ‘हम ममता बनर्जी से मांग करते हैं कि इमाम को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। हमारे प्रधानमंत्री के खिलाफ यह फतवा अत्यंत निंदनीय है। वह जब फतवा जारी कर रहे थे तो तृणमूल के सांसद इदरीस अली भी उनके साथ बैठे हुए थे।’ इमाम के खिलाफ कार्रवाई नहीं तो होगा विरोध प्रदर्शन सिंह ने कहा कि यदि राज्य सरकार इमाम के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। यह कोई भाजपा और तृणमूल का मसला नहीं है। यह एक ऐसे धार्मिक नेता द्वारा प्रधानमंत्री का अपमान किया जाना है जिन्हें मुख्यमंत्री का करीबी माना जाता है।

इससे पहले बरकती ने आरोप लगाया था कि जो लोग दाढ़ी रखते हैं वे मौलाना, साधु, सूफी या सिख जैसे धर्मों से जुड़े होते हैं। लेकिन मोदी लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए दाढ़ी रखते हैं। वह देश को धोखा दे रहे हैं। मोदी प्रधानमंत्री के रूप में विश्वसनीयता खो चुके हैं। वह सांप्रदायिक हैं जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सांप्रदायिक सौहार्द की प्रतीक हैं। अब देश की अधिकतर जनता चाहती है कि ममता देश की प्रधानमंत्री बनें। पिछले महीने ही बरकती ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के खिलाफ फतवा जारी किया था।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख