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पटनाः राजद नेता नेता अवध बिहारी चौधरी को आज सर्वसम्मति से बिहार विधानसभा का नया स्पीकर चुन लिया गया। यह पद बिहार में गठबंधन पलट के बाद विजय कुमार सिन्हा के इस्तीफे से रिक्त हुआ था। सिन्हा के खिलाफ महागठबंधन सरकार अविश्वास प्रस्ताव लाई थी, इसके बाद उन्होंने स्पीकर पद छोड़ दिया था।

नए स्पीकर चौधरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय कुमार सिन्हा कुर्सी तक ले गए, जो अब विपक्ष के नेता बन गए हैं। इस महीने की शुरुआत में बिहार में सीएम नीतीश कुमार ने भाजपा का साथ छोड़कर अपनी पूर्व सहयोगी राजद का दामन थाम लिया था। इसके साथ ही राज्य में एक बार फिर महागठबंधन सरकार बन गई है।

बिहार विधानसभा का एक विशेष सत्र चल रहा है। इस सत्र में दो दिन पहले महागठबंधन ने बहुमत साबित किया था। नीतीश कुमार ने भाजपा द्वारा क्षेत्रीय पार्टी को तोड़ने के कथित प्रयासों को लेकर हाल ही में एनडीए छोड़ दिया। वे फिर महागठबंधन में शामिल हो गए, जो राजद द्वारा संचालित है।

पटना: मुख्‍य विपक्षी पार्टी भाजपा के वॉकआउट के बीच बिहार में नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार ने ध्वनि मत से विश्‍वास मत जीत लिया है। इससे पहले विश्‍वास मत पर बहस के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरोप लगाया है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जनता दल यूनाइटेड को खत्‍म करने की साजिश रची थी। उन्‍होंने कहा कि पहले चार पार्टी थी लेकिन आज आठ पार्टी हमारे साथ हैं। उन्‍होंने कहा कि हमको कहा गया नन्दकिशोर यादव को विधानसभा अध्यक्ष बनाएंगें] लेकिन बनाया विजय सिन्हा को।

मुख्‍यमंत्री ने कहा, "हम 2020 में मुख्यमंत्री नही बन रहे थे, भाजपा के दवाब में बनना पड़ा। मेरी इच्छा कुछ भी बनने की नही है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जेडीयू को खत्म करने की साजिश रची, भाजपा ने सभी पुराने नेता को साइड कर दिया।" भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्‍होंने कहा कि भारत की आजादी की लड़ाई में आप (भाजपा) कहां थे। उन्‍होंने कहा कि भाजपा का एकमात्र काम समाज में गड़बड़ी पैदा करना है। केंद्र सरकार पर 'हमला' बोलते हुए उन्‍होंने कहा कि केंद्र ने पटना यूनिवर्सिटी की मांग को भी नहीं माना।

पटना: बिहार में महागठबंधन सरकार की ओर से पेश किए गए विश्‍वास प्रस्‍ताव का जवाब देते हुए आरजेडी नेता और उप मुख्‍यमंत्री तेजस्‍वी प्रसाद यादव ने केंद्र की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। बिहार विधानसभा के बुलाए गए विशेष सत्र में उन्‍होंने कहा कि जिस भी राज्‍य में भाजपा सरकार में नहीं होती, वहां विपक्षी पार्टियों के खिलाफ सरकारी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करती है। उन्‍होंने कहा कि किसी भी ऐसे राज्‍य में जाएं जहां विपक्ष सत्‍ता में हो या जहां भाजपा डरी हुई हो, वहां अपने तीन जमाई आगे कर देते हैं-सीबीआई, ईडी और आईटी विभाग। उन्‍होंने कहा कि जो भाजपा के खिलाफ हैं, उन्‍हें ही इन तीन जांच एजेंसियों का सामना करना पड़ रहा है।

उन्‍होंने कहा कि पीएम खुद कहते रहे हैं कि जब तक बिहार आगे नहीं बढ़ेगा, देश आगे नहीं बढ़ेगा, लेकिन बिहार को आगे बढ़ने में उन्‍होंने कोई सहयोग नहीं दिया। उन्‍होंने कहा कि भाजपा के साथ रिश्‍ते खत्‍म करके नीतीश कुमार ने बेहद साहसिक और ऐतिहासिक फैसला लिया है। तेजस्‍वी ने कहा कि भाजपा का एक ही फार्मूला जो डरेगा उसे डराओ जो नही डरेगा उसको खरीद लो।

पटना: बिहार में महागठबंधन सरकार का गठन हो चुका है, लेकिन आज सरकार को फ्लोर टेस्ट पास करना है। कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे खिलाफ कई आरोप लगाए गए, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। सभा की कार्यवाही शुरू होने पर स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि इसलिए मैंने इस्तीफा नहीं दिया क्योंकि मैं जवाब देना चाहता था। विधानसभा के स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि वो नियम के तहत ही काम कर रहे हैं और हमेशा नियमों के तहत ही काम किया है। उनके खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव असंवैधानिक है।

अब नीतीश सरकार को फ्लोर टेस्ट से गुजरना है. कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे खिलाफ कई आरोप लगाए गए, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। आज आयोजित किए गए विशेष सत्र के दौरान नई महागठबंधन सरकार शक्ति प्रदर्शन करेगी. महागठबंधन के पास बहुमत के आंकड़े (122) से अधिक यानी 164 विधायक हैं।

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