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पटना: बिहार में नीतीश सरकार ने शराबबंदी के अब गुटखा, पान मसाला पर प्रतिबंध लगा दिया है। मैग्नीशियम कार्बोनेट युक्त पान मसाला के निर्माण करने, भंडार करने, वितरण करने, परिवहन और बिक्री करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध फिलहाल एक साल के लिए ही लगाया गया है। बिहार में इससे पहले नीतीश सरकार ने शराब पर प्रतिबंध लगाया था।

बता दें कि बिहार में अलग-अलग जिलों से जून से अगस्त 2019 के बीच 20 नामी गिरामी पान मसाला कंपनियों के सैंपल जब्त किए गए थे। इनकी जांच में मैग्निशियम कार्बोनेट की मात्रा अधिक पाए जाने के बाद यह रोक लगाई गई है। बिहार में इससे पहले नीतीश सरकार ने शराब पर प्रतिबंध लगाया था। मैग्निशियम कार्बोनेट का प्रयोग फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड रेगुलेशन 2011 का उल्लंघन है।

पटना: पटना हाईकोर्ट के जज जस्टिस राकेश कुमार ने बुधवार को अपने सीनियर और मातहतों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए थे, जिसके बाद गुरुवार को कोर्ट के 11 सदस्यों की बेंच ने जस्टिस राकेश कुमार के फैसले को ख़ारिज कर दिया। इस मामले पर जस्टिस राकेश कुमार ने कहा, 'मैं अपने फैसले पर अडिग हूं और मैंने वही किया जो मुझे सही लगा। अगर चीफ जस्टिस न्यायिक कार्य से मुझे हटाकर खुश हैं तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है।' वहीं कोर्ट के 11 सदस्यों की बेंच ने कहा, 'पूरा फैसला जज की सोच के धर्मयुद्ध के नाम पर नेचुरल जस्टिस, न्यायिक अनुपयुक्तता,दुर्भावनापूर्ण निंदा के सिद्धान्तों का उल्लंघन है।'

बेंच ने कहा, 'जज ने खुद को अपने अनुभवों का अकेला सलाहकार ठहरा दिया और बाकी जजों की राय भी नहीं जानी। जो सोच फैलाई गई, वह कुछ इस तरह है, जैसे जज ने जो कहा है..केवल वही सच है और बाकी की दुनिया समाज की कुरीतियों से बेखबर है।' 11 सदस्यों की बेंच ने कहा, '22वें पैराग्राफ के आदेश में उन्होंने (जज) अपने सहयोगी जजों के लिए तीखी टिप्पणी की जो भाग्यवश 1986 में लॉ कॉलेज से साथ में पास हुए थे।

पटना: बिहार सरकार ने सचिवालय में हर स्तर के कर्मचारी के जींस और टीशर्ट पहनकर कायार्लय आने पर रोक लग लगा दी है। सामान्य प्रशासन विभाग में कार्यरत पदाधिकारियों और कर्मचारियों को सौम्य रंग के शालीन, गरिमायुक्त, आरामदायक, सामान्य कपड़े पहनकर कायार्लय आने का आदेश दिया गया है।

बिहार सरकार के अवर सचिव शिव महादेव प्रसाद की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, “देखा जा रहा है कि विभाग में कार्यरत पदाधिकारी और कर्मचारी ऑफिस संस्कृति के खिलाफ अनौपचारिक ड्रेस (कैजुअल) पहनकर कायार्लय आ जाते हैं। ऐसा पहनावा कायार्लय की गरिमा के खिलाफ है।” उन्होंने कहा है कि अब इन्हें हर हाल में औपचारिक परिधान या फॉर्मल ड्रेस में ही कायार्लय आना होगा। आदेश में कहा गया है, “पदाधिकारी और कर्मचारी सौम्य रंग के शालीन, गरिमायुक्त, आरामदायक, सामान्य रूप से समाज में पहनने योग्य कपड़े पहनकर ही कायार्लय आएं। मौसम, कार्य की प्रकृति और अवसर का ध्यान रखते हुए ड्रेस का चयन करें।”

पटना: ‘हम’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव में अभी अनुभव की कमी है। जबकि उनका मुख्यमंत्रित्व का कार्यकाल बेहतर रहा है। चुनाव के बाद यदि महाठबंधन को बहुमत मिलता है और और अगर उन्हें नेता चुनाव जाता है तो वे तैयार हैं। गुरुवार को मीडिया से बातचीत यह भी दोहराया कि वैसे में शामिल सभी दलों की बैठक में यह तय होगा कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। पूर्व सांसद पप्पू यादव के बयान पर प्रतिक्रिया दी कि वे इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं। प्रतिक्रिया दी कि तेजस्वी राजद के चेहरा हो सकते हैं पर अभी अगले मुख्यमंत्री का फैसला नहीं हुआ है।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह भी कहा कि वे नौ माह तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वे एक बेहतर मुख्यमंत्री साबित हुए हैं। उनके कार्यकाल और लिए फैसलों को जनता याद करती है। कई फैसलों को सरकार अब भी लागू कर रही है। कहा कि यदि दोबारा मौका मिलता है तो वे योग्य सीएम साबित होंगे।

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