ताज़ा खबरें
संसद में अडानी और संभल पर हंगामा,दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित
किसान आंदोलन: एसकेएम नेता डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत मे लिया
कन्नौज में एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, सैफई में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत

भागलपुर: भागलपुर के घूरनपीर बाबा चौक के पास बाइक चेकिंग के दौरान स्कूटी सवार युवकों ने एएसआई विद्या भूषण चौबे और सिपाही सूर्य संगम को पीट दिया। महिला पुलिसकर्मियों के साथ धक्कामुक्की की। भीड़भाड़ वाले चौराहे पर मारपीट और हंगामें से अफरातफरी मच गई। महिला पुलिसकर्मी जान बचाकर भागी। काफी संख्या में राहगीर भी चेकिंग का विरोध कर पुलिसकर्मियों से उलझ गए। बरारी थाना में अज्ञात के खिलाफ घटना की रिपोर्ट दर्ज की गई है।

शनिवार दोपहर करीब एक बचे घूरनपीर बाबा चौक के पास बाइक चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान स्कूटी सवार तीन लोगों को महिला पुलिसकर्मियों ने रोका। इस पर स्कूटी सवार उलझ गए और धमकी देने लगे। महिला पुलिसकर्मी चांदनी कुमारी ने स्कूटी से चाबी निकाल ली और सिपाही सूर्यशंकर के पास ले गए। बातचीत के दौरान स्कूटी सवार सिपाही से उलझ गए। लोगों की भीड़ जुट गई। एएसआई को धक्का देकर पीछे कर दिया। इसके बाद सिपाही को मुक्के से चेहरे पर मार दिया। खून बहने लगा।

पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव अगले साल होना है, परंतु सभी राजनीतिक दल अभी से इसकी तैयारी में जुट गए हैं। सोमवार को जदयू ने पार्टी कार्यालय के बाहर होर्डिंग लगाया जिसमें लिखा है- 'क्यों करें विचार ठीके तो है नीतीश कुमार'। इसका जवाब देते हुए राजद ने भी अपना पोस्टर जारी किया है, जिसमें राजग सरकार और सीएम नीतीश पर सीधा हमला बोला गया है। पोस्टर में 'क्यों ना करें विचार, बिहार जो है बीमार' नारा दिया गया है।

जदयू का मानना है कि बिहार में नीतीश कुमार का कोई विकल्प नही हैं। ऐसे में गांव के चौपालों पर जो आम बोलचाल की भाषा में चर्चा होती है तो अंत में यही उभर के सामने आता है- 'क्यूं करे विचार, ठीके तो है नीतीश कुमार' इस नारे को जदयू के राष्ट्रीय सचिव उपेन्द्र कुमार सिंह ने दिया है, जिसे पार्टी कार्यालय के बाहर लगाया गया है। वहीं, राजद ने बिहार सरकार और सीएम नीतीश कुमार की नाकामियों को उजागर किया है और अपने पोस्टर पर बिहार के नक्शे में चमकी बुखार, बाढ़, हत्या, सुखाड़, डकैती, अपहरण, लूट को दर्शाते हुए बिहार की कुव्यवस्था को दिखाया है।

पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव अगले साल होना है, परंतु सभी राजनीतिक दल अभी से इसकी तैयारी में जुट गए हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (युनाइटेड) ने अब अपने मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर एक नारा तैयार किया है। पटना में जदयू कार्यालय के बाहर पार्टी ने होर्डिंग लगाया गया है जिसमें लिखा है- 'क्यों करें विचार ठीके तो है नीतीश कुमार'। तो वहीं एक अन्य होर्डिंग पर लिखा है- 'सच्चा है; अच्छा है. चलो, नीतीश के साथ चलें'।

खास देसी अंदाज में लिखे गए इस नारे में यह दिखाने की कोशिश की गई है कि जब नीतीश कुमार हैं ही तो फिर दूसरे के नाम पर विचार क्यों किया जाए। परंतु नारे में 'ठीके तो हैं' को लेकर विपक्ष जद (यू) पर निशाना साध रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक विजय प्रकाश कहते हैं कि जद(यू) ने अपने नारों से ही हकीकत बयान कर दिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 'ठीके हैं' न कि 'ठीक हैं'। नीतीश को जद(यू) भी अब मजबूरी का मुख्यमंत्री मान रहा है।

पटना: बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने रविवार को आर्थिक मंदी को लेकर बयान दिया है। उनका कहना है कि कुछ विपक्षी पार्टी इसे लेकर बेवजह का शोर मचाकर देश में घबराहट की स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने दावा किया कि यह सावन-भादो में आना वाला एक साइक्लिक स्लोडाउन (चक्रीय मंदी) है। इसे लेकर उन्होंने ट्वीट भी किया।

कुमार ने ट्वीट में लिखा, 'केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल से लेंडिंग कैपिसिटी बढ़ाने जैसे जो चौतरफा उपाय किए हैं, उनका असर अगली तिमाही में महसूस किया जाएगा। वैसे तो हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है, लेकिन इस बार मंदी का ज्यादा शोर मचाकर कुछ लोग चुनावी पराजय की खीज उतार रहे हैं। बिहार में मंदी का खास असर नहीं है इसलिए वाहनों की बिक्री नहीं घटी। केंद्र सरकार जल्द ही तीसरा पैकेज घोषित करने वाली है।'

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख