ताज़ा खबरें
संविधान की प्रस्तावना में भी संशोधन कर सकती है संसदः सुप्रीम कोर्ट
संभल हिंसा: सपा सांसद बर्क और पार्टी विधायक के बेटे पर मुकदमा
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा:अब तक 4 लोगों की मौत
निज्जर हत्याकांड: कनाडा में चार भारतीयों के खिलाफ सीधे होगा ट्रायल

अररिया: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में तीसरे चरण के मतदान के लिए प्रचार अभियान चरम पर है। सभी दलों के बड़े नेता मतदाताओं को साधने की कोशिशों में जुटे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी बुधवार को अररिया के में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान राहुल ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग का मशीन (ईवीएम) का नाम मोदी वोटिंग मशीन (एमवीएम) है। लेकिन इस बार बिहार के युवाओं में गुस्सा है इसलिए मोदी वोटिंग मशीन के बावजूद महागठबंधन बिहार चुनाव जीतने जा रहा है।

अपने भाषण की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जब भी नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की बात होती है तो आज इन्हें अलग न समझें। दोनों एक ही हैं। नीतीश कुमार मोदी जी की मदद करते हैं और मोदी जी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाते हैं। ऐसे में आप लोगों के मन में कोई गलतफहमी नहीं रहनी चाहिए। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि पिछले चुनाव में आपने भाजपा को वोट नहीं दिया था। आपका वोट महागठबंधन को गया था लेकिन नीतीश जी ने आपके पेट में छुरा मारा। यह पहला मौका नहीं है जब उन्होंने ऐसा किया, वो कई बार ऐसा कर चुके हैं।

राहुल ने कहा कि मोदी जी जब 6 साल पहले सत्ता में आए कहा था कि दो करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे। नीतीश कुमार सीएम बने तो उन्होंने बिहार को बदल देने की बात कही थी लेकिन क्या हुआ। सब आपके सामने है।

राहुल गांधी ने कहा कि बिहार में चुनाव चल रहा है। आप देख रहे होंगे कि टीवी पर सिर्फ और सिर्फ नरेंद्र मोदी का चेहरा दिखता है। वे रात को आठ बजे आते हैं और नोटबंदी की घोषणा कर देते हैं। इसी तरह उन्होंने बिना चर्चा किए ही लॉकडाउन लगा दिया। देश के प्रधानमंत्री जानते हैं कि लाखों-करोड़ों मजदूर दिहाड़ी पर जीते हैं। प्रधानमंत्री ने एक मिनट सोचा कि आपके बिना नोटिस या चेतावनी के बिहार के मजदूरों का क्या हाल होगा?

कांग्रेस नेता ने नए कृषि कानूनों का जिक्र करते हुए कहा कि यह सरकार कहती है कि यह कानून किसानों की आजादी के लिए हैं। ये कैसी आजादी है कि किसान परेशान है और प्रदर्शन करने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि हम जो वादा करते हैं वो करते हैं। छत्तीसगढ़ में मैंने कहा था कि हमारी सरकार आई तो 2500 रुपए धान का रेट दिया जाएगा। आज वहां के किसान 2500 रुपए धान का पा रहे हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख