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मोतिहारी: विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के दौरे पर हैं। बिहार के मोतिहारी में पीएम मोदी ने तीसरी जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर एक बार फिर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज्य में जंगलराज की हालत तो ये थी कि जो उद्योग, चीनी मिल दशकों से चंपारण और बिहार का अहम हिस्सा रहीं, वो भी बंद हो गईं। अब तो इस चुनाव में जंगलराज वालों के साथ नक्सलवाद के समर्थक, देश के टुकड़े-टुकड़े करने की चाहत रखने वालों के समर्थक भी शामिल हो गए हैं।

बिहार की महिलाएं, माताएं-बहनें खुले में शौच जाने के लिए मजबूर थीं, उनकी सुरक्षा पर खतरा रहता था, लेकिन जंगलराज वाले, जंगल जैसे हालात बनाए रखना चाहते थे। एनडीए की सरकार ने बिहार की माताओं-बहनों के लिए लाखों शौचालय बनाकर उनकी परेशानी कम करने की कोशिश की है। जंगलराज का अंधेरा बिहार पीछे छोड़ चुका है, अब नई रोशनी में डबल इंजन की ताकत के साथ विकास का लाभ हमें बिहार के हर व्यक्ति तक पहुंचाना है। 

 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस का संकट जब देश में आया तो सबसे पहले गांव, गरीब और किसान को ध्यान में रखा गया। संक्रमण गावों तक नहीं फैले इसलिए सही समय पर लॉकडाउन लगाया गया। गरीब परिवारों को भूखा ना सोना पड़े इसके लिए दीवाली और छठ पूजा तक मुफ्त राशन की व्यवस्था की गई। 

उन्होंने कहा कि बिहार के जो श्रमिक परिवार दूसरे राज्यों से लौटे हैं, उनके राशन से लेकर रोजगार तक के लिए इस दौरान गरीब कल्याण रोजगार अभियान चलाया गया है। कटाई और खरीद के साथ साथ लॉकडाउन के दौरान बुवाई के लिए भी किसानों को हर जरूरी सुविधा उपलब्ध कराई गई।

रोजगार के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार के युवाओं को बिहार में ही अच्छा और सम्मानजनक रोजगार मिले ये बहुत जरूरी है। सवाल ये है कि ये कौन दिला सकता है? वो लोग जिन्होंने बिहार अंधेरे और अपराध की पहचान दी। वो लोग जिनके लिए रोजगार देना करोड़ों की कमाई का माध्यम है।

एनडीए गठबंधन को वोट देने की अपील करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार को बीमार होने से बचाने के लिए, बिहार को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, हर एक परिवार का, हर एक मतदाता का एक-एक वोट एनडीए यानी भाजपा, जदयू, हम पार्टी और वीआईपी पार्टी के उम्मीदवारों को ही पड़ना चाहिए।

 

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