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पटना: बिहार में जहां राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेतृत्व वाला महागठबंधन रोज़गार और नौकरी के मुद्दे पर चुनाव में वोट मांग रहा है, वहीं नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला एनडीए अपने पंद्रह साल बनाम राष्ट्रीय जनता दल के पंद्रह साल की याद दिलाकर वोट देने की अपील कर रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार की शाम को पटना से सटे दानापुर में एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में एक सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि बिहार जिस रास्ते पर चल रहा है वो तरक्की का रास्ता है, वो प्रेम का रास्ता है, भाईचारे का रास्ता है। अगर इसी को आगे बढ़ाना है तो फिर से एनडीए को जिताएं, यही कहने  आए हैं।

इसके बाद नीतीश ने पुराने दिनों की याद दिलाते हुए कहा कि अगर थोड़ी सी चूक हुई तो फिर पंद्रह साल पुराने हालत में ये लोग बिहार को पहुंचा देंगे। नीतीश ने चेतावनी देते हुआ कहा कि जान लीजिए जिस तरह रात में आराम से निकलते हैं निकल नहीं पाएंगे, ये जान लीजिए।

 

इस सभा में नीतीश कुमार ने फिर नौकरी के वादे पर कहा कि कुछ लोगों को मतलब नहीं है, कह देगा इतना नौकरी, बिना मतलब की बात है ना यहां पद हैं नौकरी का? उनके अनुसार काम करने का मौका मिलना चाहिए लोगों को। नीतीश ने कहा कि और ये सब कहने की बात है, ना अनुभव है न जानकारी है। और इस तरह की बात इसलिए करते हैं कि समाज में अनावश्यक भ्रम का वातावरण पैदा करें।

नीतीश अपनी हर सभा में अब पुराने दिनों की जमकर याद कराते हैं। उन्होंने इस सभा में भी कहा कि गुंडों के ख़ौफ़ से कैसे व्यापारी, डॉक्टर राज्य से पलायन करने को मजबूर थे और जब उनकी सरकार बनी तो कैसे उन्होंने सबको एक समारोह में सम्मानित किया। उन्होंने पुराने लोगों को नई पीढ़ी के युवाओं को पुराने समय के बारे में बताने की अपील की।

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