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पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए 3 नवंबर को होना जा रहे मतदान से ठीक पहले चुनाव प्रचार जोर-शोर से चल रहा है। सभी राजनीतिक दलों की तरफ से विरोधियों पर निशाना साधकर उन पर बिना सिर-पैर के आरोप लगाए जा रहे हैं। इस बीच, चुनाव में चीन और पाकिस्तान के बहाने भी एक दूसरे पर खूब निशाना साधा जा रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पटना में एक रैली के दौरान कहा कि पुलवामा हमला को पीएम की साजिश बताया गया था। राजनाथ कहा कि अगर उन्होंने खुलासा किया किया तो वे मुंह दिखाने लायक नहीं रह जाएंगे, जिसने सेना के शौर्य पर सवाल उठाया है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि कहा- "ये लोग कैसी राजनीतिक करते हैं? मैं देश का गृह मंत्री था और 40 जवान हमारे शहीद हुए थे पुलवामा में। उसके बाद ये लोग तरह-तरह से प्रचार कर रहे थे कि प्रधानमंत्री ने ही साजिश रची होगी क्योंकि चुनाव आया है, ताकि जनता की सहानुभूति हासिल की जा सके। लेकिन, जिस दिन ऐसी घिनौनी राजनीति करनी होगी, इस राजनीतिक को ठोकर मारकर घर बैठ जाएंगे।"

 

खुलासा किया तो नहीं दिखा पाएंगे मुंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जनसभा को संबोधित करने के दौरान कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि उसने भारतीय सेना के शौर्य पर सवाल उठाए। रक्षा मंत्री ने कहा- “आज कुछ राजनीतिक पार्टियों के द्वारा, कांग्रेस के द्वारा हमारे सेना के जवानों के शौर्य और पराक्रम पर सवालिया निशान लगाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि चीन में 12 सौ स्क्वायर किलोमीटर जमीन हड़प ली। अगर खुलासा मैं कर दूंगा तो चेहरा दिखना मुश्किल हो जाएगा।”

उन्होंने अतीत की याद दिलाते हुए कहा- “आप साल 1962 से लेकर 2013 का इतिहास उठाकर देख लीजिए। और मैं रक्षामंत्री होने के नाते यह सीना ठोंककर कहना चाहता हूं कि हमारी सेना के जवानों ने जिस तरह से शौर्य और पराक्रम का परिचय दिया उससे देश का सिर गर्व से ऊंचा उठ गया है।”

गौरतलब है कि चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर 5 मई से ही तनावपूर्ण स्थिति दोनों देशों के बीच बनी हुई है। इसके साथ ही, गलवान हिंसा के बाद भारत और चीन के बीच संबंध करीब चार दशकों में अब तक के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं। दोनों देशों के बीच कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक स्तर की वार्ता हुई है। लेकिन, सीमा विवाद पर अभी तक आशातीत सफलता नहीं मिल पाई है, जिसके चलते दोनों देशों की सेना लद्दाख में एक दूसरे के खिलाफ हथियार और गोला-बारूद के साथ खड़ी हैं।

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