पटना: बिहार में नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने राज्य की एनडीए सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार न तो युवाओं को रोजगार दे सकी और न ही 15 वर्षों में कोई कल-कारखाना लगवा सकी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनी तो 10 लाख नौजवानों को रोजगार देंगे। वृद्धावस्था पेंशन चार सौ से एक हजार रुपए की जाएगी। नियोजित शिक्षकों को समान काम के बदले समान वेतन मिलेगा। जीविका दीदी स्वयं सहायता समूह का मानदेय बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सूबे में अफसरशाही से आम जनता त्रस्त है। जनप्रतिनिधियों का कोई सम्मान नहीं है। जंगल राज की बात करने वाले के कार्यकाल में अपराध चरम पर है।
उन्होंने कहा कि सूबे की बेरहम सरकार ने कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों को सड़क पर पैदल चलने के लिए छोड़ दिया। कुछ लोग रास्ते में ही ट्रक-ट्रेन से कुचल गए और सरकार सोती रही। कहा कि डबल इंजन की सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं देती, सवा लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का क्या हुआ।
उन्होंने प्रत्याशी चयन पर होने वाले विरोधों के मद्देनजर संकेत में कहा कि अगर कोई छोटी गलती हो भी गई हो तो मतदाता माफ करें। टिकट तो एक ही होता है, दावेदार अनेक होते हैं। ऐसे में नाराजगी स्वाभाविक है। तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि तीर का जमाना खत्म हो गया। अब मिसाइल का जमाना आया है। अंधकार और बेरोजगारी दूर करने के लिये लालटेन का होना जरूरी है।