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मुंबई: आचार संहिता से संबंधित समाचार प्रकाशकों के लिए सरकार के नए सूचना प्रौद्योगिकी नियमों के प्रावधानों पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने स्टे लगा दिया है। समाचार प्रकाशकों ने देश की कई अदालतों में नियमों को चुनौती दी थी। मीडिया रिर्पोटस के मुता​बिक, उच्च न्यायालय ने शनिवार को आचार संहिता के पालन से संबंधित डिजिटल मीडिया के लिए सूचना प्रौद्योगिकी नियम, 2021 के खंड 9 (1) और 9 (3) पर रोक लगा दी है।

उच्च न्यायालय ने कहा कि "प्रथम दृष्टया" पाया गया है कि इन उप-खंडों ने अनुच्छेद 19 के तहत याचिकाकर्ताओं के भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन किया है। खंड 9 के प्रावधान भी मूल कानून (सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000) के दायरे से बाहर हैं।

केंद्र सरकार को लगा झटका

उच्च न्यायालय ने यह आदेश कानूनी समाचार पोर्टल द लीफलेट और पत्रकार निखिल वागले द्वारा दायर याचिकाओं पर सुनाया है। याचिका में नए आईटी नियमों के कई प्रावधानों को चुनौती दी गई थी।

मुंबई: महाराष्ट्र विधान परिषद में 12 लोगों को सदस्य मनोनीत करने के उद्धव ठाकरे सरकार के प्रस्ताव को राज्यपाल बीएस कोशियारी द्वारा अब तक मंजूरी नहीं दिए जाने के मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने शुक्रवार को अहम बात कही। हाईकोर्ट ने कहा कि राज्यपाल उचित समय में राज्य सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार या खारिज कर सकते हैं। प्रस्ताव को मंजूर या खारिज करना उनका संवैधानिक दायित्व है। 

12 लोगों को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करने का प्रस्ताव ठाकरे मंत्रिमंडल ने राज्यपाल के पास मंजूरी के लिए भेजा है। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपंकर दत्ता व जस्टिस जीएस कुलकर्णी की खंडपीठ ने कहा कि यह राज्यपाल का कर्तव्य था कि वे बात करते और प्रस्ताव के बारे में उचित समय में मुख्यमंत्री को अपनी राय से अवगत कराते। 

इसके साथ ही कोर्ट ने नासिक के रहने वाले रतन सोली की याचिका पर आदेश पारित कर दिया। याचिका में कहा गया था कि हाईकोर्ट राज्यपाल को ठाकरे सरकार द्वारा नवंबर 2020 में भेजे गए 12 नामों को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करने का आदेश दे। राज्य सरकार को उम्मीद थी कि राज्यपाल 15 दिन में प्रस्ताव को मंजूरी दे देंगे।

मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट चिंता का सबब बनता जा रहा है। राज्य में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले और उससे होने वाली मौतों का आंकड़ा धीरे-धीरे बढ़ रहा है। महाराष्ट्र में इस वैरिएंट के शिकार लोगों में से अब तक 5 की मौत हो चुकी है। राज्य में डेल्टा प्लस वैरिएंट के अब तक कुल 66 केस मिले हैं। इसमें से कुछ लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई हैं. राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

मुंबई के बाद रायगढ़ में भी डेल्टा प्लस वैरिएंट से मौत का मामला सामने आया है। इसके बाद महाराष्ट्र में कोरोना के इस वैरिएंट से मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। रायगढ़ कलेक्टर निधि चौधरी ने बताया कि नागोथाने इलाके में  69 वर्षीय व्यक्ति की मौत डेल्टा प्लस वैरिएंट से हुई है। इससे पहले  मुंबई के घाटकोपर में 63 वर्षीय महिला की मौत का मामला भी सामने आया था, उसकी मौत की पुष्टि भी डेल्टा प्लस वैरिएंट से हुई है। वहीं महाराष्ट्र के रत्नागिरी में भी 13 जून को 80 वर्षीय महिला की मौत भी डेल्टा प्लस वैरिएंट की वजह से हुई थी।

मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोविड-19 के डेल्टा प्लस वैरिएंट से पहली मौत हुई है। मृतक 63 वर्षीय महिला है, जिसने वैक्सीन के दोनों डोज लिए थे। 21 जुलाई को वह टेस्ट में कोविड पॉजिटिव पाई गई थीं और 27 जुलाई को उनका निधन हो गया। महिला को डायबिटीज समेत कई परेशानियां थीं।

वह मुंबई के सात रोगियों में से एक थीं, जो हाल ही में डेल्टा प्लस वैरिएंट से पॉजिटिव पाए गए थे। उनके जीनोम सिक्वेंसिंग के नतीजे 11 अगस्त को आए थे। उनके 2 करीबी संपर्कों में भी डेल्टा प्लस की पहचान की गई है। असप्ताल में वह ऑक्सीजन सपोर्ट पर थीं और उन्हें स्टेरॉयड और रेमडेसिविर दिया गया था। महिला की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी।

डेल्टा प्लस वैरिएंट के कारण महाराष्ट्र में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 2 हो गई है। पिछले महीने, रत्नागिरी की एक 80 वर्षीय महिला डेल्टा प्लस वैरिएंट के साथ दम तोड़ने वाली राज्य की पहली कोविड रोगी बनी थी।

महाराष्ट्र में कोविड-19 का डेल्टा प्लस वैरिएंट चिंता बढ़ा रहा है। मुंबई में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 7 नए मरीज़ों के साथ इसकी कुल संख्या अब 11 हो गई है।

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