ताज़ा खबरें
संसद में अडानी और संभल पर हंगामा,दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित
किसान आंदोलन: एसकेएम नेता डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत मे लिया
कन्नौज में एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, सैफई में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत
दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान

नई दिल्ली: मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर संरक्षण की मांग की है। कोर्ट ने कहा कि पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को फिलहाल संरक्षण नहीं मिलेगा, जब तक ये बताया नहीं जाएगा कि वो कहां हैं? क्या आप देश में हैं? देश से बाहर हैं? जस्टिस संजय किशन कौल ने कहा, आप किसी जांच में शामिल नहीं हुए हैं। आप सुरक्षा आदेश मांग रहे हैं। हमारा शक गलत हो सकता है लेकिन अगर आप कहीं विदेश में हैं और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का इंतजार कर रहे हैं तो हम इसे कैसे दे सकते हैं? सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 22 नवंबर को बताएं कि परमबीर कहां हैं। इस पूरे मामले पर परमबीर की ओर से कहा गया कि अगर मुझे सांस लेने की इजाजत मिले तो मैं गड्ढे से बाहर आ जाऊंगा। 22 नवंबर को इस मामले में अगली सुनवाई होगी।

मुंबई की कोर्ट ने दी थी भगोड़ा घोषित करने की अनुमति

इससे पहले मुंबई की कोर्ट ने परमबीर सिंह को भगोड़ा क्रिमिनल घोषित करने की अनुमति दे दी थी।

मुंबई: दो दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महाराष्‍ट्र के अमरावती में बंद का एलान किया था। इस दौरान शहर में बड़े पैमाने में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना हुईं। आंदोलनकारियों ने पुलिस और पत्रकारों पर भी पथराव किया इस मामले में पुलिस ने अब तक कुल 15 एफआईआर दर्ज किए है और कुल 54 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने अब भाजपा कार्यकर्ताओं के घर पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। आज सुबह महाराष्ट्र के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व कृषि मंत्री डॉ अनिल बोंडे को पुलिस ने हिरासत में लिया है। बाकी भाजपा कार्यकर्ता फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।

पुलिस ने बताया कि बंद का आयोजन त्रिपुरा की सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में अमरावती में शुक्रवार को मुस्लिम संगठनों द्वारा आयोजित रैलियों के खिलाफ किया गया था। राजधानी मुंबई से लगभग 670 किमी दूर स्थित पूर्वी महाराष्ट्र के इस शहर के राजकमल चौक इलाके में शनिवार सुबह सैकड़ों लोग नारे लगाते हुए सड़कों पर निकल आए। इनमें से ढेर सारे लोगों के हाथों में भगवा झंडे थे।

मुंबई: त्रिपुरा में साम्प्रदायिक हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र के पांच जिलों में हुई रैलियों में पथराव की घटना के संबंध में कम से कम 20 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। शुक्रवार को कुछ मुस्लिम संगठनों द्वारा निकाली गई रैलियों के दौरान पथराव की घटनाएं मुख्य रूप से अमरावती, मालेगांव और नांदेड़ शहर में हुई थीं।

अधिकारियों ने कहा था कि पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती शहर में एक ज्ञापन देने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर आठ हजार से अधिक लोग इकट्ठा हो गए। इस ज्ञापन में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अत्याचार को रोकने की मांग की गई थी। जब लोग ज्ञापन सौंप कर निकल रहे थे तब कोतवाली पुलिस थाने के अंतर्गत चित्रा चौक और कॉटन मार्केट के बीच तीन स्थानों पर पथराव हुआ।

एक अधिकारी ने बताया कि कोतवाली थाना पुलिस ने दंगे सहित विभिन्न आरोपों में 11 मामले दर्ज किए हैं और दस लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि किसी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए अमरावती में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, स्थिति अब सामान्य है।

मुंबई: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली एनकाउंटर में पुलिस ने 50 लाख के इनामी नक्सली मिलिंद तेलतुम्बडे को मार गिराया। बताया जाता है कि मिलिंद तेलतुम्बडे भीमा कोरेगांव मामले में वांछित आरोपी था। दरअसल, शनिवार को मुंबई से करीब 900 किलोमीटर दूर पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में पुलिस के साथ मुठभेड़ में कम से कम 26 नक्सली मारे गए।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि सुबह से शुरू हुई मुठभेड़ करीब 12 घंटे तक चली। गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने रविवार को बताया कि प्रारंभिक पहचान के मुताबिक, मिलिंद शनिवार की मुठभेड़ में मारे गए 26 नक्सलियों में से एक था। फिलहाल, अन्य मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है। 

भीमा-कोरेगांव मामले में आरोपी था मिलिंद

मिलिंद तेलतुम्बडे पर पुणे पुलिस के एल्गार परिषद-भीमा कोरेगांव जातिगत दंगों में शामिल होने का भी आरोप था। मिलिंद की पत्नी भी माओवाद संगठन में थी, जिसे 2011 में गिरफ्तार कर लिया गया है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख