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नई दिल्लीः भाजपा के शीर्ष नेताओं में से एक नितिन गडकरी को पार्टी की निर्णायक संस्था संसदीय बोर्ड से हटाए जाने पर एनसीपी ने तंज कसा है। शरद पवार की पार्टी ने कहा कि नितिन गडकरी का कद लगातार बढ़ रहा था और वह एक चतुर राजनेता के तौर पर पहचान रखते हैं। इसीलिए पार्टी के संसदीय बोर्ड से उन्हें बाहर कर दिया गया है। एनसीपी के प्रवक्ता क्लाइडे क्रास्टो ने ट्विटर पर कहा, 'जब आपकी ताकत और क्षमताएं बढ़ती हैं और आप जब शीर्ष पर बैठे लोगों को चुनौती देते हैं तो भाजपा आपका कद घटा देती है। दागियों को बढ़ा दिया जाता है।'

एनसीपी के प्रवक्ता ने लिखा, 'नितिन गडकरी जी को भाजपा संसदीय बोर्ड में शामिल नहीं किया गया है। यह दिखाता है कि उनके बढ़ते कद से कुछ लोगों को परेशानी थी।' नितिन गडकरी को खुलकर बात करने वाले नेता के तौर पर जाना जाता है। पार्टी और उससे बाहर के मसलों पर भी वह खुलकर बात करते रहे हैं। ऐसे में उनके संसदीय बोर्ड से बाहर होने को लेकर चर्चाओं का दौर तेज है। हालांकि महाराष्ट्र के ही एक और नेता देवेंद्र फडणवीस का कद बढ़ाते हुए पार्टी ने उन्हें केंद्रीय चुनाव समिति में शामिल किया है।

मुंबई: एकनाथ शिंदे के खेमे के एक विधायक का वीडियो सामने आया है। जिसमें वह एक कैटरिंग सर्विस मैनेजर से बदसलूकी करते दिख रहे हैं। इतना ही नहीं विधायक ने मैनेजर को थप्पड़ तक जड़ दिया। वायरल वीडियो में शिवसेना विधायक संतोष बंगार कैटरिंग मैनेजर को थप्पड़ मारते दिख रहे हैं। संतोष बांगर मध्याह्न भोजन कार्यक्रम के तहत महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में मजदूरों को परोसे जा रहे भोजन की गुणवत्ता देखने के लिए यहां पहुंचे थे। वहीं खाने की खराब गुणवत्ता को लेकर उन्होंने गुस्सा आ गया। जिसके बाद उन्होंने प्रबंधक को गाली दी और मारपीट शुरू कर दी। ये सारी घटना कैमरे में कैद हो गई।

इस मामले पर बांगर की ओर से सफाई भी पेश की गई है। बांगर का दावा है कि उन्हें भोजन की घटिया गुणवत्ता के बारे में शिकायत मिली थी। जिसके बाद उन्होंने स्वयं इसका निरीक्षण करने के लिए साइट का दौरा किया।

शिंदे के विद्रोह के शुरुआती दिनों में बांगर उनके खिलाफ थे। इतना ही नहीं उन्होंने शिंदे के खेमे के विधायकों से अपील भी की थी कि वो वापस आ जाएं।

मुंबई: मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन के 40 दिन बाद 9 अगस्त को एकनाथ शिंदे मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ था। भाजपा और शिंदे गुट के 9-9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. लेकिन विभागों का बंटवारा नहीं हो पाया था। अब सभी मंत्रियों को उनके विभाग सौंप दिए गए हैं। एकनाथ शिंदे कैबिनेट में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को गृह और वित्त मंत्रालय मिला है।

मुख्यमंत्री के पास सामान्य प्रशासन, शहरी विकास, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, सूचना एवं जनसंपर्क, लोक निर्माण (सार्वजनिक परियोजनाएं), परिवहन, विपणन, सामाजिक न्याय एवं विशेष सहायता, राहत एवं पुनर्वास, आपदा प्रबंधन, मृदा एवं जल संरक्षण, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन, अल्पसंख्यक और औकाफ का मंत्रालय रहेगा। साथ ही उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास गृह, वित्त और योजना, कानून और न्याय, जल संसाधन और लाभ क्षेत्र विकास, आवास और ऊर्जा के विभाग रहेंगे।

मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हर घर तिरंगा अभियान को लेकर केंद्र सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि हम देश में इन दिनों आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, लेकिन हम सब को ये सोचने की जरूरत है कि आज आखिर लोकतंत्र 75 साल बाद कितना बचा हुआ है। ठाकरे ने आगे कहा कि आजकल माई-बाप सरकार ने घर घर तिरंगा लगाने के लिए कहा है, लेकिन इस पर एक तस्वीर मैं साझा करता हूँ, मुझे किसी ने बताया। इस तस्वीर में एक गरीब कहता है कि मेरे पास तिरंगा है, लेकिन घर नहीं। लोगों के पास घर नहीं है और केंद्र सरकार घर-घर तिरंगा की बात कर रहे हैं। डीपी पर तिरंगा लगाना आनंद की बात है, लेकिन जो लोग अपना घर छोड़कर देश की रक्षा करने के लिए सरहद पर खड़े हैं, उनके बजट में कटौती करने की बात करना दुर्भाग्य है।

अगर आप सेना के लोगों को कम करोगे तो फिर हथियार किसे दोगे। उन्होंने आगे कहा कि आज स्थिति ये है कि सेना में युवाओं की भर्ती के लिए आपके पास पैसे नहीं हैं। लेकिन राज्यों में सरकार गिराने के लिए आपके पास पैसे हैं। ठाकरे ने चीन और अरुणाचल प्रदेश का जिक्र भी किया।

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