ताज़ा खबरें
संभल हिंसा: सपा सांसद बर्क और पार्टी विधायक के बेटे पर मुकदमा
संसद में अडानी के मुद्दे पर हंगामा, राज्यसभा पूरे दिन के लिए स्थगित
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा:अब तक 4 लोगों की मौत
निज्जर हत्याकांड: कनाडा में चार भारतीयों के खिलाफ सीधे होगा ट्रायल

मुंबई: गुजरात सरकार द्वारा कई सौ करोड़ की वेदांत-फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर परियोजना का समर्थन करने पर हो रही आलोचना के बीच, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को कहा कि पड़ोसी राज्य पाकिस्तान का हिस्सा नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की पूर्ववर्ती महा विकास आघाडी सरकार के कार्यकाल के दौरान कोई भी सब्सिडी लेने के लिए '10 प्रतिशत कमीशन' देना पड़ता था।

उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना का नाम लिए बिना फडणवीस ने पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि ठाकरे सरकार ने राज्य में रिफाइनरी जैसी बड़ी परियोजनाओं का विरोध किया। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से महाराष्ट्र अन्य राज्यों के मुकाबले दस साल आगे जा सकता था। फडणवीस ने ठाकरे पर मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन और मुंबई मेट्रो-तीन परियोजना को रोकने का आरोप लगाया।

फडणवीस ने कहा कि जून के अंत में उपमुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर वेदांता के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल से मुलाकात की थी और महाराष्ट्र ने कंपनी के सामने गुजरात के बराबर ही प्रस्ताव रखा था।

मुंबई: केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि हिंदी बोलने से उन्हें “कंपकंपी” छूट जाती है और वह झिझक के साथ भाषा बोलती हैं। हिंदी विवेक पत्रिका द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सीतारमण ने एक पूर्व वक्ता की घोषणा का हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका (सीतारमण का) संबोधन हिंदी में होगा। जिन परिस्थितियों के कारण यह स्थिति बनी उनका जिक्र करते हुए सीतारमण ने कहा, “हिंदी में लोगों को संबोधित करने से मुझे कंपकंपी होती है।”

सीतारमण ने कहा कि वह तमिलनाडु में पैदा हुईं और हिंदी के खिलाफ आंदोलन के बीच कॉलेज में पढ़ीं तथा हिंदी के खिलाफ हिंसक विरोध भी देखा।

केंद्रीय कैबिनेट मंत्री ने दावा किया कि हिंदी या संस्कृत को दूसरी भाषा के रूप में चुनने वाले छात्रों, यहां तक कि मेधा सूची में आने वाले छात्रों को भी राज्य सरकार द्वारा उनकी पसंद की भाषा के कारण छात्रवृत्ति नहीं मिली।

सीतारमण ने कहा कि वयस्क होने के बाद एक व्यक्ति के लिए एक नई भाषा सीखना मुश्किल है, लेकिन वह अपने पति की मातृभाषा तेलुगु सीख सकीं, लेकिन पिछली घटनाओं के कारण हिंदी नहीं सीख पाईं।

मुंबई: वेदांता और फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट के महाराष्ट्र से गुजरात जाने पर सियासत तेज हो गई है। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने सत्तारूढ बीजेपी और शिंदे गुट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विपक्ष सबसे अधिक आक्रामक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र के संपादकीय में कहा है कि वेदांत-फॉक्सकॉन डील को महाराष्ट्र से गुजरात में बहुत ही सरल तरीके से भेजा गया है। इसके लिए भाजपा ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद दिया है।

शिवसेना का कहना है, "यह हमारा आरोप नहीं बल्कि विश्वास है। जिस तरह से फडणवीस ने अंतरराष्ट्रीय वित्त केंद्र को मुंबई से गुजरात भेजा, उसी तरह एकनाथ शिंदे ने फॉक्सकॉन-वेदांत सौदे को गुजरात जाने की अनुमति दी है। कल वे मुंबई को भी बेच देंगे।"

शिवसेना का आरोप है, "फॉक्सकॉन सिर्फ शुरुआत है। फॉक्सकॉन डील काफी सरल तरीके से हुई। यह स्पष्ट है कि भाजपा ने एकनाथ शिंदे से कहा कि उन्होंने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया है। उनके विधायकों को करोड़ों दिए हैं। अब आप महाराष्ट्र की तिजोरी की चाबी हमें सौंप दीजिए।”

मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को यहां विशेष अदालत में कहा कि धनशोधन के मामले में गिरफ्तार महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक का भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पार्कर से लेनदेन था और उनके बेगुनाह होने का सवाल ही नहीं है। ईडी की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल (एएसजी) अनिल सिंह ने यह तर्क मलिक की जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान दिया और अदालत ने अर्जी खारिज करने का अनुरोध किया।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता मलिक (63) को ईडी ने दाऊद इब्राहिम और उसके गुर्गों से संबंधित गतिविधि की जांच से जुड़े धनशोधन के मामले में 23 फरवरी को गिरफ्तार किया था और इस समय वह न्यायिक हिरासत में हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख