मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजीत पवार, जो कल पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में अपने चाचा और पार्टी सुप्रीमो शरद पवार की मौजूदगी में बीच बेठक छोड़कर निकल गए थे, ने आज किसी तरह की नाराजगी की खबरों से इनकार किया है। खबर आई थी कि बोलने का मौका नहीं दिए जाने पर वो मंच पर से उठकर चले गए थे।
आज, जब पत्रकारों ने उनसे इस बारे में पूछा तो वो चिढ़ गए, हालांकि, उन्होंने कहा, "पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने अपना संबोधन दिया क्योंकि ऐसे आयोजनों में केवल संगठन के अध्यक्ष ही बोलते हैं.. लेकिन मुझे बोलने से किसी ने रोका भी नहीं... जिस वक्त की बात हो रही है उस वक्त मैं वॉशरूम गया था। क्या मैं बाहर भी नहीं जा सकता?"
अजीत पवार ने कहा, "मीडिया को तथ्यों के आधार पर रिपोर्ट करनी चाहिए। मैं यहां राज्य में चल रहे मुद्दों पर बोलने के लिए आया हूं।" जब पत्रकार ने फिर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, "मैं नाराज नहीं हूं, क्या मैं इसे स्टांप पेपर पर लिखकर दूं?"
एनसीपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि वह इसलिए नहीं बोले क्योंकि यह राष्ट्रीय स्तर की बैठक थी, जबकि एनसीपी सांसद प्रफुल्ल पटेल ने मंच पर घोषणा की थी कि शरद पवार की समापन टिप्पणी से पहले अजीत पवार बोलेंगे लेकिन जब समय आया, तो पूर्व उपमुख्यमंत्री वहां से गायब थे।
इसके कुछ देर बाद, जब अजीत पवार सभा स्थल में दाखिल हुए, तो पार्टी सुप्रीमो शरद पवार ने अपना समापन भाषण देना शुरू कर दिया था। लिहाजा, अजीत पवार को बोलने का कोई मौका नहीं मिल सका।