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मुंबई: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वीर सावरकर को लेकर दिए बयान पर महाराष्ट्र की सियासत गरम हो गई है। वरिष्‍ठ बीजेपी नेता और राज्‍य के डिप्‍टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने वीर सावरकर के बारे में अपनी दादी स्‍वर्गीय इंदिरा गांधी के विचार पढ़ने की नसीहत राहुल गांधी को दी है। फडणवीस ने कहा कि इस बयान की जितनी भी निंदा की जाए, कम है। उन्‍होंने राहुल से पूछा कि वीर सावरकर के बारे में ऐसे बयान देकर आप क्या मात्र अपने वोट बैंक की चिंता कर रहे है? महाराष्‍ट्र के डिप्‍टी सीएम ने इस मसले पर सिलसिलेवार ट्वीट किए हैं।

उन्‍होंने एक ट्वीट में लिखा, "राहुल जी, कल आपने मुझे एक पत्र की अंतिम पंक्तियां पढ़ने को कहा था। चलिए, अब कुछ दस्तावेज़ आज मैं आपको पढ़ने देता हूं। हम सब के आदरणीय महात्मा गांधी जी का यह पत्र आपने पढ़ा? क्या वैसी ही अंतिम पंक्तियां इसमें मौजूद हैं, जो आप मुझे पढ़वाना चाहते थे? अब जरा भारत की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी (आपकी दादी) इन्होंने स्वातंत्र्यवीर सावरकर जी के बारे में क्या कहा था, वो भी जरा पढ़ लीजिए।

अकोला: आजादी से पहले, 1942 के ‘भारत छोड़ो' आंदोलन में हिस्सा लेने वाली लीलाबाई चितले (93) गुरुवार को कुछ समय के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो' यात्रा में शामिल हुईं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने महाराष्ट्र के अकोला जिले की बालापुर तहसील के वडेगांव में पैदल मार्च में शामिल हुईं चितले का एक वीडियो संदेश ट्वीट किया। रमेश ने ट्वीट में कहा, ‘‘वह चाहती हैं कि यात्रा संविधान बचाने पर केंद्रित हो।'' वीडियो संदेश में चितले ने कहा, ‘‘9 अगस्त 1942 को मैं बारह साल की थी। महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो' का नारा दिया था...मैं और मेरी दो सहेलियां एक कॉलेज के पास (अंग्रेजों के खिलाफ) नारे लगाते हुए पकड़े गए थे।''

चितले ने कहा, ‘‘हम सिर्फ 12 साल के थे, इसलिए हमें उसी शाम (पुलिस द्वारा) छोड़ दिया गया। लेकिन मेरे पिता और भाई साढ़े तीन साल जेल में रहे। देश को आजादी उस तरह नहीं मिली, जैसी आज बताई जाती है।'' उन्होंने कहा, ‘‘स्वतंत्रता संग्राम में समाज के सभी वर्गों और धर्मों के लोगों ने भाग लिया।''

मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत में फिर से बदलाव हुआ है। एक और सांसद ने उद्धव ठाकरे की पार्टी का साथ छोड़ दिया है। गजानन कीर्तिकर ने उद्धव ठाकरे का समर्थन छोड़कर आधिकारिक तौर पर 'बालासाहेब की शिवसेना' पार्टी का सदस्य बनने का फैसला किया है। शुक्रवार को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और कीर्तिकर एक साथ एक ही कार में पहुंचे। कीर्तिकर ठाकरे गुट को छोड़कर पाला बदलने वाले 13वें सांसद हैं।

कीर्तिकर का आंदोलन पिछले तीन महीने से चल रहा था। अंत में उन्होंने मुंबई के रवींद्र नाट्य मंदिर में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में सार्वजनिक रूप से पार्टी की सदस्यता ली। गजानन कीर्तिकर के एकनाथ शिंदे की पार्टी को समर्थन करने से उनके साथ लोकसभा सांसदों की संख्या 13 हो गई है, जबकि 3 राज्यसभा सांसदों के साथ उद्धव ठाकरे के पास अब 9 सांसद रह गए हैं।

बता दें कि गजानन कीर्तिकर मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से शिवसेना के सांसद हैं। 1995 में वह बीजेपी-शिवसेना गठबंधन सरकार में गृह राज्यमंत्री भी थे।

मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और शिव सेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता आदित्य ठाकरे शुक्रवार को कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी के साथ मार्च भी किया। आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र के हिंगोली में इस यात्रा में शामिल हुए। आदित्य ठाकरे का राहुल गांधी के साथ मार्च करने का वीडियो भी अब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दिख रहा है कि दोनों नेता मार्च करने के दौरान एक दूसरे से बात कर रहे हैं।

आदित्य ठाकरे से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और उद्धव ठाकरे गुट के कुछ नेता भी इस यात्रा में शामिल हुए। उस दौरान राहुल के बाद एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने भी जनसभा को संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत से हम राहुल गांधी को दौड़ते हुए देख रहे हैं। हम कह सकते हैं कि जल्द ही हमारी किस्मत भी दौड़ने लगेगी। जयंत पाटिल ने कहा था कि देश से प्यार करने वाले सभी आज एकजुट हैं। एनसीपी नेता शरद पवार ने हमें पार्टी का प्रतिनिधित्व करने और भारत जोड़ो यात्रा का समर्थन करने के लिए कहा है।'

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