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मुंबई: हर आम आदमी का सपना होता है कि उसका एक घर हो। पाई-पाई जमा कर वो फ्लैट बुक भी कर लेता है। लेकिन अक्सर देखा गया है कि जब फ्लैट मिलने का वक्त आता है तब बिल्डर आज कल कर महीनों, कभी-कभी तो सालों निकाल देते हैं। बेचारा आम आदमी बिल्डर के दफ्तर का चक्कर लगाता रह जाता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। महाराष्ट्र पुलिस ने एक सर्कुलर जारी कर ऐसे बिल्डरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। खास बात है कि 1 जुलाई को जारी सर्कुलर में द महाराष्ट्र ऑनरशिप फ्लैट एक्ट 1963 और महाराष्ट्र रीजनल एंड टाउन प्लानिंग एक्ट 1966 के हवाले से ही है। सर्कुलर के मुताबिक बिल्डर ने अगर तय समय पर फ्लैट का कब्ज़ा नहीं दिया, पास नक्शे के अनुरूप काम नहीं किया, अनुमति से ज्यादा मंजिल बनाई, बिल्डिंग पूरी होने पर 4 महीने के अंदर सोसायटी के लिए आवदेन नहीं दिया,सोसायटी रजिस्ट्रेशन के बाद 4 महीने के अंदर कन्वेंस नहीं दिया, तो उस बिल्डर के खिलाफ एफ आई आर दर्ज हो सकती है।

मुंबई: महाराष्‍ट्र में बीड जिले के एक किसान ने आरोप लगाया है कि उसकी गिरवी रखी जमीन को छोड़ने के बदले साहूकार ने उससे उसकी बेटी और बहू का 'साथ' मांगा । पुलिस का कहना है कि वह किसान के आरोपों की जांच करेगी। बीड के एसपी अनिल पारस्कर ने कहा, ''किसान के दावों पर हमने कार्रवाई शुरू कर दी है और साहूकार के खिलाफ उचित कदम उठाया जाएगा।'' आइपीएस अधिकारी ने बताया कि राज्य महिला आयोग की प्रमुख विजया राहत्कर ने भी इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने बताया, ''अप्रैल में पुलिस को शिकायत मिली थी कि साहूकार ने किसान की जमीन अपने कब्जे में ले ली है। लेकिन बीड जिले की धारूर तहसील में रहने वाले किसान इंदर मुंडे ने यह जानकारी रविवार को ही दी है कि साहूकार भगवान बड़े ने जमीन छोड़ने के बदले उसकी बेटी और बहू का 'साथ' मांगा था। इसकी जानकारी हमें खबरों के जरिये मिली है।'' पारस्कर ने बताया, ''किसान अभी तक शिकायत दर्ज करवाने नहीं आया है लेकिन हमने जांच शुरू कर दी है और उसके मुताबिक उचित कदम उठाएंगे।''

मुंबई: शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने सोमवार को कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर उनके साथ कोई बातचीत नहीं की है और उनकी पार्टी कृपादृष्टि के लिए किसी के दरवाजे पर जाकर नहीं खड़ी होगी। शिवसेना प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी पार्टी आत्मसम्मान को किनारे रखकर मंत्री पद के लिए किसी के सामने गुहार नहीं लगाएगी। उन्होंने संकेत दिया कि 2014 में भी जब राजग सत्ता में आई तो उनकी पार्टी को उचित हिस्सा नहीं मिला। ठाकरे ने कहा, ‘उस समय उन्होंने (भाजपा ने) हमें राज्यमंत्री के पद की पेशकश की थी। फिर कहा कि हमें कैबिनेट में जगह मिलेगी। हम कहते हैं कि हमें जो भी मिले, सम्मान के साथ मिलना चाहिए। हम किसी चीज के लिए झोली नहीं फैलाएंगे। कैबिनेट विस्तार पर दिल्ली के साथ कोई बातचीत नहीं हुई है।’ उन्होंने कहा कि मंत्री पद मिलना उनके लिए गौण बात है और अगर बातचीत होती है तो वह अपनी राय रखेंगे। ठाकरे ने कहा, ‘कई राजनीतिक दलों के लोग शिवसेना में शामिल हो रहे हैं। मैं उनसे मिलने में व्यस्त रहा हूं और इसलिए कैबिनेट विस्तार पर विचार-विमर्श का समय नहीं मिला। एक बात साफ है।शिवसेना किसी चीज के लिए किसी के दरवाजे पर असहाय होकर कभी खड़ी नहीं होगी।’ महाराष्ट्र सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार के संदर्भ में शिवसेना अध्यक्ष ने कहा, ‘मेरी और मुख्यमंत्री की केवल सतही बातचीत हुई है।

मुंबई: शीना बोरा हत्याकांड में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी के पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय ने अदालत को बताया कि इंद्राणी ने अपनी बेटी की कथित हत्या के शीघ्र बाद एक पार्सल में बंदूक छिपाकर हथियार रखने के एक मामले में उसे ‘फंसाया’ था। वह इस मामले में इकबाली गवाह बन गया है। राय ने अपने कबूलनामे में यह दावा किया है। इस सीलबंद लिफाफे को विशेष सीबीआई अदालत द्वारा आज खोला गया। बंबई उच्च न्यायालय ने गुरुवार को ऐसा करने का निर्देश दिया था। हथियार मामले के सिलसिले में उठाए जाने के बाद इस मामले में अगस्त 2015 में सबसे पहले राय को गिरफ्तार किया गया था। निचली अदालत ने हाल में राय को इस मामले में इकबाली गवाह और अभियोजन का गवाह बनने की अनुमति दी थी। पिछले साल मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराए कबूलनामे में राय ने आरोप लगाया कि इंद्राणी ने उसे एक पार्सल तथा तीन महीने का वेतन दिया और उससे वर्ष 2012 में शीना की हत्या के तुरंत बाद जाने को कहा। उन्होंने कहा कि हालांकि जब मैंने पार्सल खोला तो इसमें हथियार था। राय ने कहा कि उसने इससे दो बार पीछा छुड़ाने का प्रयास किया लेकिन हिम्मत नहीं जुटा सका तथा जब वह तीसरी बार इससे छुटकारा पाने की कोशिश कर रहा था, तो गिरफ्तार हो गया।

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