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मुंबई: ढाका के एक रेस्तरां में हमला करने वाले कुछ हमलावरों को अपने भाषणों के जरिए प्रेरित करने के आरोपों से घिरे विवादित इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक ने एक बार फिर अपना संवाददाता सम्मेलन रद्द कर दिया है। ऐसा करते हुए नाइक ने आयोजन स्थल के अधिकारियों की ओर से डाले जा रहे दबाव का हवाला दिया। नाइक को स्काइप के जरिए मीडिया से बात करनी थी। इसके लिए दक्षिण मुंबई के एक छोटे से हॉल में इंतजाम किए गए थे। उनके एक सहयोगी ने यहां जारी बयान में कहा, ‘अग्रीपाडा स्थित महफिल हॉल के प्रबंधन ने कल रात को लगभग 11 बजे आयोजन स्थल पर मौजूद हमारी टीम को बताया कि वे हमें संवाददाता सम्मेलन आयोजित करने की अनुमति नहीं दे सकते और हमें आयोजन स्थल पर किए गए सारे इंतजाम हटा लेने चाहिए। कोई विकल्प न बचने पर हमारी टीमों ने सब कुछ हटा लिया और आधी रात के दौरान वहां से निकल आईं।’ इससे पहले नाइक का मीडिया से संवाद इस सप्ताह की शुरूआत में दक्षिण मुंबई के ट्राइडेंट होटल में होना था लेकिन फिर आयोजन स्थल को बदलकर विश्व व्यापार केंद्र कर दिया गया था। इसके बाद आयोजन स्थल दोबारा बदला गया और दक्षिण मुंबई स्थित अग्रीपाडा क्षेत्र के हॉल में आयोजन तय किया गया। इसे भी अब रद्द कर दिया गया है। जाकिर नाइक के संवाददाता सम्मेलन के आयोजकों ने कल दावा किया कि मुंबई पुलिस ने शहर के बड़े होटलों को निर्देश दिया है कि वे संवाददाता सम्मेलन के लिए जगह न दें। हालांकि इस आरोप को बाद में उन्होंने वापस ले लिया।

मुंबई: असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र में बड़ा झटका दिया है। पिछले साल राज्य के स्थानीय निकाय चुनावों में हिस्सा ले चुकी इस पार्टी की मान्यता जरूरी दस्तावेज जमा न करने की वजह से रद्द कर दी गई है। राज्य निर्वाचन आयोग ने कहा है कि पार्टी को कई नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन इसने टैक्स रिटर्न्स या ऑडिट रिपोर्ट जमा नहीं कराए। ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने हालांकि कहा है कि उसने तीन साल के इनकम टैक्स रिटर्न समेत सभी दस्तावेज जमा कराए हैं। एआईएमआईएम के एक नेता का कहना है कि हम राज्य निर्वाचन आयोग के इस फैसले से हैरान हैं। इस फैसले से हमें बड़ा झटका लगा है। हमें लगता है कि इसके पीछे कोई राजनीतिक दबाव था। मालूम हो कि एआईएमआईएम ने महाराष्ट्र में 2014 के विधानसभा चुनावों में दो सीटों पर जीत हासिल की थी और नांदेड़ तथा औरंगाबाद निगम चुनावों में भी उसे विजय मिली थी।

मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 5,600 करोड़ रूपये के नेशनल स्पॉट एक्सजेंच लिमिटेड (एनएसईएल) धनशोधन घोटाले के मामले में एफटीआईएल के संस्थापक जिग्नेश शाह को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि शाह को धनशोधन रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है क्योंकि ‘वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे।’ उन्होंने कहा कि आज यहां जांच अधिकारी ने शाह से पूछताछ की और इसके बाद उनको गिरफ्तार किया गया। प्रवर्तन निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘शाह को कल धनशोधन रोकथाम विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।’ शाह को पिछले साल दायर पहले आरोप पत्र में ईडी ने नामित किया था। गिरफ्तारी के घटनाक्रम पर एफटीआईएल ने एक बयान में कहा, ‘हम यह नहीं समझ पा रहे कि ईडी ने इस तरह का कड़ा कदम क्यों उठाया जबकि शाह जांच में पूरी तरह से सहयोग कर रहे थे।’ अधिकारियों के अनुसार ईडी ने हाल ही में वित्त मंत्रालय को सूचित किया था कि वह इस मामले में आरोपियों की संपत्तियों को कुर्क करने के लिए नए कदम उठाने जा रहा है तथा इनमें से कई आरोपियों से पूछताछ भी करेगा।

मुंबई: मुंबई हाईकोर्ट के औरंगाबाद खंडपीठ ने अपने अहम फैसले को सुनाते हुए महाराष्ट्र सरकार के बड़े ठेके रद्द किए हैं। राज्य के महिला एवं बाल कल्याण विभाग के तहत 6300 करोड़ रुपये के ठेके दिए गए थे। बीजेपी सरकार के फैसले को इस तरह से पहली बार पलटा गया है। बीजेपी नेता पंकजा मुंडे इस विभाग की मंत्री हैं। पंकजा के अधीन महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने राज्यभर की आंगनवाड़ियों के जरिये गर्भवती महिला और 6 साल तक की उम्र के बच्चों के लिए प्रोटीनयुक्त खाना खिलाने की मुहिम के टेंडर निकाले थे। इस तहत कुल 7 साल के लिए ठेके दिए गए। जिसकी कीमत 6300 करोड़ रुपये आंकी गई। इन फैसलों का लाभ राज्य के केवल 3 ठेकेदारों को मिलता देख उसे हाईकोर्ट में चुनौती दी गई। सरकारी आदेश के खिलाफ 7 याचिका दायर हुई थी।सोमवार को हाईकोर्ट ने ठेके दिलाने के सरकारी नियम को गलत करार दिया। याचिकाकर्ताओं के वकील ज्ञानेश्वर बागुल ने औरंगाबाद में मीडियाकर्मियों को बताया कि कोर्ट ने टेंडर प्रक्रिया के तहत राज्य को 70 ब्लॉक्स में विभाजित करने का फैसला गलत करार दिया है। सरकार ने इसी के तहत टेंडर दिए थे। कोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिए हैं कि वह राज्य में इस काम को करने लायक योग्य संस्थाओं का सर्वे कर अगली कार्रवाई करें। कोर्ट के इस आदेश के बाद उस विभाग की मंत्री पंकजा मुंडे विपक्ष के निशाने पर हैं। वैसे पंकजा का विवादों से पुराना नाता है। इस से पहले वे चिक्की स्कैम के आरोप झेल चुकी हैं।

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