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नई दिल्ली: राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) की एक टीम ने पायल तड़वी की आत्महत्या के मामले में मुंबई पुलिस के शीर्ष अधिकारियों और बीवाईएल नायर अस्पताल के प्रबंधन से मुलाकात की और मांग की कि मामले की जांच तेज की जाए। एनसीएसटी अध्यक्ष नंद कुमार साय के नेतृत्व में एनसीएसटी की टीम ने तड़वी के परिवार से भी शनिवार को मुलाकात की। साय ने रविवार को मीडिया से कहा, ''एनसीएसटी ने मांग की कि मामले में अपराध शाखा द्वारा जांच जल्द से जल्द पूरी की जाए। यहां तक कि अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी जारी नहीं की गई है।"

उन्होंने कहा, ''अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह आत्महत्या थी या हत्या। मामले की जांच चल रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने दें।" टीएन टोपीवाला नेशनल मेडिकल कॉलेज की स्त्री रोग विज्ञान की द्वितीय वर्ष की छात्रा तड़वी (26) ने 22 मई को अपने हॉस्टल के कमरे में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। उसके परिवार ने बीवाईएल नायर अस्पताल के तीन वरिष्ठ डॉक्टरों पर तड़वी के दलित होने की वजह से उसे ताने मारने और जातिगत टिप्पणियां करने का आरोप लगाया।

मुंबई: भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर शुक्रवार को 2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले के सिलसिले में यहां एक विशेष अदालत के समक्ष पेश हुईं। इस सप्ताह वह अदालत के सामने दो बार हाजिर नहीं हो सकीं थीं। जब एनआईए की विशेष अदालत के न्यायाधीश वी एस पडालकर ने भगवाधारी ठाकुर से पूछा कि धमाके के बारे में उन्हें कुछ कहना है तो उन्होंने कहा, ''मुझे नहीं पता। वह अदालत में अपने दो सहयोगियों के साथ पहुंचीं। वह अदालत के निर्देश के अनुसार विशेष एनआईए न्यायाधीश के समक्ष उपस्थित हुईं।

अदालत इस 11 साल पुराने मामले की सुनवाई कर रही है। उनके अलावा इस मामले में अन्य आरोपी भी अदालत में हाजिर हुये। न्यायाधीश ने आरोपियों के सामने अपने आदेश को पढ़ा जिसमें उन्हें सप्ताह में कम से कम एक बार अदालत के सामने पेश होने का निर्देश दिया गया था। अदालत ने कहा कि डॉक्टरों और 'पंच (गवाहों की एक श्रेणी) समेत 116 गवाहों का परीक्षण किया जा चुका है। पिछली ज्यादातर सुनवाई की तारीखों के दौरान आरोपी गैरहाजिर रहे और उनके वकीलों ने उनका प्रतिनिधित्व किया।

मुंबई: मालेगांव हमले की मुख्य आरोपी और भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर शुक्रवार को मुंबई की विशेष एनआईए कोर्ट के सामने पेश हुईं। सांसद बनने के बाद आज पहली बार प्रज्ञा ठाकुर एनआईए कोर्ट के सामने पेश हुईं हैं। इससे पहले वो अक्तूबर 2018 में आरोप तय होने के दौरान अदालत में हाजिर हुई थीं। हालांकि उन्हें गुरुवार को ही कोर्ट के सामने पेश होना था, लेकिन बीमार होने के कारण वो नहीं जा पाई थीं।

बता दें कि इससे पहले भी उन्हें मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट में हाजिर होने का आदेश मिला था, लेकिन उन्होंने अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कार्यवाही में मौजूद होने में खुद को असमर्थ बताया था। इसके बाद तीन जून को मुंबई की विशेष अदालत ने प्रज्ञा समेत मालेगांव धमाके के सभी आरोपियों को हफ्ते में कम से कम एक बार अदालत में पेश होने के आदेश दिए थे। इस पर साध्वी प्रज्ञा ने अपनी बीमारी और संसद में औपचारिकताएं पूरी करने का हवाला देकर पेशी से छूट दिए जाने के लिए कहा था लेकिन जज ने इससे इनकार कर दिया था। अदालत ने कहा था कि इस मामले में उनकी उपस्थिति आवश्यक है

मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के मुखिया शरद पवार ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को सुझाव दिया है कि कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से दृढ़ निश्चय सीखना चाहिए। खासतौर से उस तरह से जिससे कि वह मतदाताओं तक पहुंचता है। गुरुवार को पिंपरी-चिंचवाड मे बोलते हुए पवार ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह लोगों के साथ संपर्क स्थापित करें। यह कुछ ऐसा है जिसे वह आरएसएस से सीख सकते हैं। पवार ने कहा, 'एक भाजपा नेता ने बातचीत के दौरान मुझसे कहा कि दृढ़ निश्चय और अनुशासन ने हमारी मदद की। मुझे नहीं लगता कि वह जो कुछ कर रहे हैं हमें उसे अपनाने की जरूरत है लेकिन लोगों के साथ जुड़ने और बातचीत करने की उनकी स्किल महत्वूर्ण है, हमें उसका अनुसरण करना चाहिए। आज या कल जब आप लोगों तक पहुंचना शुरू करें तो इसे अपने दिमाग में जरूर रखें।'

पवार मवाल लोकसभा सीट की समीक्षा कर रहे थे यहां उनके पोते और अजित पवार के बेटे पार्थ पवार को हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा, 'चुनाव के दौरान आरएसएस ने भाजपा को सबसे बड़ा समर्थन दिया है। वह डोर-टू-डोर अभियान के जरिए मतदाताओं तक पहुंचे।

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