ताज़ा खबरें

मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई स्थित एक मजिस्ट्रेट की अदालत ने 10 इंडोनेशियाई और किर्गिस्तान के 10 सहित 20 विदेशियों को बरी कर दिया। इन्हें इस बात का खुलासा नहीं करने के लिए गिरफ्तार किया गया था कि वे नई दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के एक धार्मिक आयोजन में शामिल हुए थे। कोरोना के मद्देनजर जारी की गई एडवाइजरी का पालन नहीं करने के लिए इन्हें 5 अप्रैल को डीएन नगर पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया था।

मुंबई पुलिस ने पहले इन्हें एक सलाह और चेतावनी जारी की थी, जिसमें दिल्ली में बैठक में शामिल होने वाले लोगों को सामने आने के लिए कहा गया था। हालांकि वे सामने नहीं आए। अप्रैल के पहले सप्ताह में इनके बारे में जानकारी मिली और डीएन नगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। इन्हें हत्या के प्रयास के लिए गिरफ्तार किया गया था। साथ ही महामारी रोग अधिनियम, राष्ट्रीय आपदा अधिनियम, विदेशी अधिनियम और बॉम्बे पुलिस अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया था।

मुंबई: बॉम्बे हाईकोर्ट अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़ी न्यूज कवरेज को लेकर दाखिल कई जनहित याचिकाओं की सुनवाई कर रहा है। इस मामले में कोर्ट ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय को इसकी जानकारी देने को कहा है कि उसने बॉलीवुड अभिनेता सुशांत की मौत के मामले में मीडिया ट्रायल से संबंधित शिकायतों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं शुरू की है? 

एनबीए ने कोर्ट से कहा है कि रिपब्लिक टीवी एनबीए के नियमों का पालन नहीं करना चाहता था, इस वजह से वह एसोसिएशन से अलग हो गया। वहीं सुनवाई में एनबीए और एनबीएसए (न्यूज बॉर्डकास्टिंग स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी) का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ वकील अरविंद दातार ने बताया कि चैनलों के लिए स्व-नियामक तंत्र लगन से काम कर रहा है।

बता दें कई पूर्व आईपीएस अधिकारियों समेत नामी हस्तियों की तरफ से दाखिल इन याचिकाओं में इस मसले के मीडिया ट्रॉयल पर रोक लगाने की मांग की गई है।

गढ़चिरौली: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के ग्यारपट्टी इलाके में रविवार को एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने पांच नक्सलियों को ढेर कर दिया। इस ऑपरेशन को शाम में लगभग चार बजे अंजाम दिया गया।

गढ़चिरौली के एसपी ने अपने बयान में कहा है कि पुलिस के सी -60 कमांडो धनोरा तालुका के वन क्षेत्र में तलाशी अभियान चला रहे थे। इस दौरान पुलिस दल द्वारा जवाबी कार्रवाई शुरू करने के बाद नक्सली जल्द ही मौके से भाग गए लेकिन बाद में तलाशी लेने पर पांच नक्सलियों के शव मिले। उन्होंने कहा कि शवों का शिनाख्त किया जाना अभी बाकी है। 

 

मुंबई: शिव सेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने मीडिया पर दोहरे मानक अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि अगर महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की हत्या भीड़ ने कर दी तो वह अधर्म हो गया लेकिन दूसरे राज्यों में साधुओं की हत्या सामान्य घटना हो गई। शिव सेना नेता ने अप्रैल में पालघर में दो साधुओं की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले का उदाहरण देते हुए सामना में 'निपटाने का नया खेल' शीर्षक से एक संपादकीय लिखा है।

राउत ने लिखा है, "पालघर में दो साधुओं की हत्या भीड़ ने कर दी, इस पर देशभर में तूफान खड़ा किया गया। परंतु बीते चार दिनों में उत्तर प्रदेश में चार साधुओं और राजस्थान में एक साधु की गोली मारकर हत्या कर दी गई। राजस्थान में तो पुजारी को जिंदा जला दिया गया। मानों कुछ हुआ ही नहीं है, ऐसी स्थिति में मीडिया है। पालघर में साधुओं पर हमला हुआ तब वह अधर्म, परंतु अन्य कहीं यह होता है, तब हमेशा की घटना, कैसे संभव है?"

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख