नई दिल्ली: महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट कराने के शोर के बीच शिवसेना सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बहुमत साबित करने के गवर्नर के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। शिवसेना ने फ्लोर टेस्ट के खिलाफ याचिका पर तुरंत सुनवाई की मांग की है। अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में इस याचिका को जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जे बी पारदीवाला की बेंच के सामने मेंशन किया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर शाम 5 बजे सुनवाई करने को कहा है।
महाराष्ट्र गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने ठाकरे सरकार को गुरुवार को विधानसभा में बहुमत साबित करने का आदेश दिया है। उन्होंने विधानसभा सचिव राजेंद्र भागवत को एक पत्र लिखकर सुबह 11 बजे सदन का एक विशेष सत्र बुलाने को कहा है।
शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु ने 30 जून को सदन के पटल पर अपना बहुमत समर्थन साबित करने के लिए और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के निर्देश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि फ्लोर टेस्ट के फैसले के खिलाफ हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
यह एक गैरकानूनी है क्योंकि हमारे 16 विधायकों की अयोग्यता का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।
बता दें कि अभी मंगलवार की रात को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात की थी।
उन्होंने बताया था कि उन्होंने राज्यपाल को एक पत्र सौंपा है, जिसमें उनसे सरकार से सदन में बहुमत साबित करने के लिए कहने का अनुरोध किया गया है। देवेंद्र फडणवीस राज्यपाल मुलाकात से पहले दिन में दिल्ली में देखे गए थे। माना जा रहा है कि वो इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने गए थे। कहा जा रहा है कि फडणवीस ने दोनों नेताओं को महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रमों से अवगत कराया हो और राज्य में पार्टी की भावी रणनीति से जुड़े विभिन्न पहुलओं पर चर्चा की थी।