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औरंगाबाद: महाराष्ट्र के औरंगाबाद में अवैध पानी कनेक्शनों को लेकर दो समुदायों में झड़प में दो व्यक्तियों की मौत के बाद स्थिति शांत पर तनावपूर्ण है और पुलिस किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए कड़ी नजर बनायी हुई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मुम्बई से 350 किलोमीटर दूर मराठवाड़ा क्षेत्र के इस दंगा प्रभावित शहर में स्थिति को नियंत्रण में है। लेकिन कुछ पाबंदियां अब भी लगी हुई हैं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गयी हैं और सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगी हुई हैं। शहर में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं। औरंगाबाद के पुलिस महानिरीक्षक मिलिंद भारंबे ने कहा कि पुलिस गोलीबारी में कथित रुप से मारे गये 17 वर्षीय एक बच्चे का अंतिम संस्कार आज किया गया। शहर में स्थिति सामान्य है।

उन्होंने कहा, हमने किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किये हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाहें फैलाने पर अंकुश लगाने के लिए हमने इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं। उन्होंने कहा, हमने लोगों से अफवाहों पर यकीन नहीं करने तथा पुलिस को कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद करने की अपील की है।

एक अन्य पुलिस अधिकारी के अनुसार शुक्रवार को रात करीब दस बजे मोती कारंजा इलाके में दो समुदायों के बीच झड़प छिड़ गयी थी और वह गांधीनगर, राजा बाजार, शाह गंज और सराफा क्षेत्रों में फैल गयी थी। उन्होंने बताया कि हिंसा में दो लोग मारे गये थे और पुलिसकर्मियों समेत 60 से ज्यादा अन्य लोग घायल हुए थे। इस हिंसा में जान गंवाने वाला दूसरा व्यक्ति 65 वर्षीय एक बुजुर्ग था जो अपने घर में तब फंस गया था जब दंगाइयों ने उसके घर के बगल वाले घर में आग लगा दी थी। करीब 100 दुकानें जला दी गयी थीं और 40 से अधिक वाहन नष्ट कर दिये गये।

उन्होंने बताया कि हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय पुलिस, स्टेट रिजर्व पुलिस बल के कर्मियों को तैनात किया गया है। तलाशी अभियान के दौरान पेट्रोल बम और किरोसन से सने कपड़े के गोले मिले थे। उन्होंने बताया कि पुलिस ने एक दर्जन से अधिक व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार पिछले कुछ दिनों से मोती कारंजा में तनाव की स्थिति बनती जा रही थी क्योंकि नगर निगम अवैध पानी कनेक्शनों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा था। जब एक उपासना स्थल का अवैध पानी कनेक्शन काटा गया तब उसने सांप्रदायिक रंग ले लिया।

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