मुंबई: अपनी सहयोगी बीजेपी से नाराज चल रही शिवसेना ने आज फिर उस पर आरोप लगाए।शिवसेना ने भाजपा पर चुनाव जीतने के लिए ईवीएम में हेराफेरी करने का आरोप लगाया। उसने दावा किया कि मतदान के वर्तमान तरीके से लोगों का भरोसा उठ रहा है। शिवसेना ने कहा कि बेंगलुरु में “फर्जी” मतदाता पहचान-पत्र मिलना दिखाता है कि कर्नाटक में चुनाव प्रक्रिया का स्तर किस हद तक पहुंच गया है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के तहत कल मतदान होगा और नतीजे 15 मई को घोषित किए जाएंगे।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ बनाने की बात करते हैं। भले ही कांग्रेस खत्म होने की कगार पर पहुंच गई है, लेकिन उसके विचार नहीं मरे हैं। भाजपा कांग्रेस की विशेषताओं को अपना कर उसे खत्म करने की कोशिश कर रही है।”
शिवसेना ने कहा, “कर्नाटक चुनाव से पहले, बेंगलुरु के एक मकान से 10,000 फर्जी मतदाता पहचान-पत्र मिले। कांग्रेस ने भाजपा को इस मुद्दे पर घेरा. यह मतदाता पहचान-पत्र घोटाला दिखाता है कि कर्नाटक चुनाव का स्तर कितना गिर गया है।”
शिवसेना ने आरोप लगाया, “चुनावों में बड़ी मात्रा में धन का इस्तेमाल हो रहा है। भाजपा को इतनी रकम कहां से मिलती है, यह किसी से छिपा नहीं है।“ किसी भी चुनाव से पहले नकद का प्रवाह बढ़ जाता है, चाहे वह पंचायत चुनाव हो या फिर लोकसभा चुनाव.. ऐसा लगता है कि हर घर में ‘मुद्रा बैंक’ नोट छाप रहे हैं। कांग्रेस ऐसा किया करती थी, जो अब भाजपा कर रही है।”
शिवसेना ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक चुनाव में भाजपा पर उनकी पार्टी के घोषणा-पत्र की नकल करने का आरोप लगाया था। संपादकीय में कटाक्ष करते हुए कहा गया, “कम शब्दों में कहा जाए तो भाजपा ने कांग्रेस की किसी भी कीमत पर चुनाव जीतने वाली नीति अपना ली है। कांग्रेस को गर्व महसूस हो रहा होगा कि भाजपा उनकी विचारधारा को आगे ले जा रही है।” शिवसेना ने आरोप लगाया कि कांग्रेस भी अपने शासन के दौरान ऐसे कदाचार में शामिल रही थी।