मुंबई: मुंबई के कमला ट्रेड हाउस (कमला मिल्स) में आगजनी में हुई 15 लोगों की मौत के बाद बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के पांच अधिकारियों पर गाज गिरी है। सभी को लापरवाही के आरोप में शुक्रवार को निलंबित कर दिया गया है और हादसे की जांच के लिए आदेश दिये गये हैं। घटनास्थल का दौरा करने पहुंचे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'बीएमसी कमिश्नर को जांच कराने का आदेश दिया है। 5 लोगों को निलंबित कर दिया गया है। मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अगर लापरवाही का मामला सामने आया तो बीएमसी के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। आगजनी का मामला संसद में भी गूंजा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद किरीट सोमैया ने बीएमसी अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। सोमैया ने कहा कि यह हादसा अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा है। बीएमसी में भाजपा शिवसेना की सहयोगी है।
भाजपा के आरोपों पर शिवसेना नेता आदित्य उद्धव ठाकरे ने कहा कि आग के सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य है और इसका उल्लंघन करने वालों पर बीएमसी सख्त कार्रवाई करेगी। राज्यसभा सांसद और अभिनेत्री जया बच्चन ने भी कहा कि कमला मिल एक भूलभुलैया की तरह है और उसकी गलियां बेहद तंग है। इसलिए स्वाभाविक रूप से वहां पर लापरवाही हुई है।
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने आग लगने की घटना के लिए बीएमसी को दोषी ठहराते हुए कहा कि नियमों का उल्लंघन करके इन पब और रेस्तराओं को चलने की अनुमति देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। कांग्रेस सांसद नितेश राणे ने अपने प्रत्यक्षदर्शी मित्र के हवाले से बताया कि हुक्का पार्लर की वजह से आग लगी ना कि शॉर्ट-सर्किट की वजह से। राणे ने कहा कि मोजो एवं अन्य रेस्तरां को केवल खाद पर्दाथ का लाइसेंस दिया गया ना कि हुक्का का।
आग से भारी नुकसान
गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात आग लगने के कारण 15 लोगों की मौत हो गई थी और 23 अन्य घायल हो गए। मारे गए लोगों अपना जन्मदिन मना रही महिला भी शामिल है। बीएमसी आपदा नियंत्रण के मुताबिक, दक्षिण मुंबई के लोअर परेल क्षेत्र में स्थित पॉश कमला ट्रेड हाउस में रूफटॉप रेस्तरां पब बिस्ट्रो द मोजो में देर रात 12.30 बजे आग लगने की खबर मिली। आग तेजी से फैली और पास में स्थित एक अन्य पब और रेस्तरां को अपनी चपेट में ले लिया। यह सभी कमला मिल परिसर में स्थित हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप-राष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने घटना पर दु:ख व्यक्त किया है।
बीएमसी अधिकारी ने कहा कि आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 12 से अधिक गाड़ियां दुर्घटनास्थल पर पहुंची। सुबह करीब 6.30 बजे आग पर नियंत्रण पाया गया। अधिकांश पीड़ितों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि दमकल कर्मचारी 10 अन्य लोगों को आग से बचाने में कामयाब रहे। घायलों को इलाज के लिए केईएम अस्पताल, भाटिया अस्पताल, ऐयरोली बर्न्स अस्पताल में दाखिल कराया गया, जबकि मामूली रूप से घायल दो लोगों को सियोन अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
केईएम अस्पताल के डीन अविनाश सुपे ने कहा कि पीड़ितों के पोस्टमार्टम से पता चला है कि ज्यादातर लोगों की मौत जलने से अधिक दम घुटने के कारण हुई है। मुंबई पुलिस ने पास के एक पब के मालिक पर लापरवाही एवं अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है।
बताया जा रहा है कि आग संभवत: शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। आग लगने के कारण कई प्रमुख कंपनियों व टीवी-रेडियो-प्रिंट मीडिया कार्यालयों, तीन दर्जन से अधिक रेस्तराओं, पब आदि को भी नुकसान पहुंचा है। परिसर में मौजूद टाइम्स नेटवर्क के सभी प्रमुख चैनलों के कार्यालय भी प्रभावित हुए और सभी कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
बीएमसी पर उठे सवाल -
भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने कमला मिल्स आग की घटना के लिए बीएमसी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, 'बीएमसी अधिकारी कमला मिल्स कंपाउंड में लगी आग में मारे गए लोगों के लिए जिम्मेदार है। ये दो सप्ताह में दूसरी ऐसी बड़ी घटना है, आखिर बीएमसी कब जागेगी?' वहीं सामाजिक कार्यकर्ता मंगेश कालस्कर की मानें तो उन्होंने कमला मिल्स परिसर के अवैध निर्माण के बारे में कई बार बीएमसी को सूचित किया था। कई बार इसकी शिकायत भी बीएमसी में की थी, लेकिन उन्होंने जवाब दिया कि कुछ भी गलत नहीं है।
जलने से नहीं गई किसी की जान
कमला मिल्स कंपाउंड में लगी आग में घायल लोगों को केईएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। केईएम अस्पताल के फॉरेंसिक हेड डॉक्टर हरीश पाठक ने बताया कि इस हादसे में लगभग सभी की मौत दम घुटने से हुई है। किसी की भी जान जलने की वजह से नहीं गई है। यहां हवा बाहर जाने की उचित व्यवस्था नहीं थी, जिसकी वजह से लोगों का आग के धुंए से दम घुट गया।